सनातन धर्म में तुलसी का विशेष महत्व है। तुलसी के पौधे और माला को शुभ और शुद्ध माना जाता है। तुलसी की पूजा से माता लक्ष्मी की कृपा मिलती है। सुख और शांति के लिए पूजन आवश्यक है। तुलसी की माला पहनने से माता लक्ष्मी और भगवान विष्णु का आशीर्वाद मिलता है। तुलसी की माला पहनने से मानसिक शांति प्राप्त होती है और यह नकारात्मक ऊर्जा से मुक्ति दिलाती है। यह व्यक्ति के जीवन में खुशियों का आगमन करती है और सकारात्मकता बढ़ाती है। आर्थिक तंगी से छुटकारा पाने के लिए भी इसे धारण करना शुभ है।
तुलसी की माला को अमावस्या और रविवार को नहीं पहनना चाहिए। यदि आप पहली बार इसे धारण कर रहे हैं, तो इन दिनों का ध्यान रखें। इसे पहनने के लिए गुरुवार, सोमवार, बुधवार और एकादशी का दिन शुभ है। इसे पहनने से पहले गंगाजल से शुद्ध करें और भगवान के सामने रखें। माता लक्ष्मी का ध्यान कर इसे धारण करें। तुलसी की माला पहनने वाले को हमेशा सात्विक भोजन करना चाहिए। तामसिक भोजन करना निषेध है। किसी के बारे में गलत सोचना या नकारात्मक बातें करना शुभ नहीं होता। नशा करना भी उचित नहीं है।
शुद्धता और सफाई का ध्यान रखना आवश्यक है। तुलसी की माला के नियमों का पालन न करने वाले को समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।


