भारत में दो अलग-अलग हिंदुस्तान, एक गरीबों का और दूसरा अमीरों का

Sabal SIngh Bhati
By Sabal SIngh Bhati - Editor

पटना। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस के सांसद राहुल गांधी ने कहा कि इस देश में दो हिंदुस्तान हैं, पहला दलित, शोषित और वंचित गरीबों का और दूसरा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करीबी अडानी और अंबानी जैसे सुविधा भोगियों का, जिन्हें सरकार संसाधनों पर कब्जा देती जा रही है। गांधी ने मुजफ्फरपुर के सकरा विधानसभा क्षेत्र से बिहार में अपने चुनावी अभियान की शुरुआत करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गरीबों के हितैषी बनने का दिखावा करते हैं, लेकिन उनका व्यवहार इसके विपरीत होता है।

उन्होंने कहा कि हाल ही में छठ पूजा के दौरान व्रतियों को प्रभावित करने के लिए घाट से उनकी तस्वीरें जारी की गईं, लेकिन सच्चाई यह थी कि मोदी यमुना में नहीं, बल्कि एक तालाब में खड़े थे, जिसमें पाइप से साफ पानी लाया गया था। उन्होंने कहा कि यमुना के पानी में छठ के व्रती पूजा कर रहे थे, लेकिन उसकी उचित सफाई नहीं की गई थी।

उन्होंने कहा कि यही दो हिंदुस्तान की सच्चाई है, एक सुविधा भोगियों का जिन्हें सरकार संसाधनों पर कब्जा देती जा रही है और दूसरा वंचितों का जिन्हें हर कदम पर संघर्ष करना पड़ता है। कांग्रेस के नेता ने कहा कि बिहारियों ने देश को बनाया है। उनके बिना दिल्ली, मुंबई, गुजरात या अन्य विकसित राज्यों की मिलें नहीं चल पाएंगी, लेकिन बिहार को खुद कल कारखाने नहीं मिले। बिहारी युवा देश ही नहीं, विदेशों में, दुबई, मॉरीशस और अन्य अंतरराष्ट्रीय शहरों के विकास में योगदान कर रहे हैं, लेकिन उन्हें अपने प्रदेश में जीने के अवसर नहीं मिलते।

उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान की जिंदगी ऐसी है जिसमें बिहारी युवा रोजी-रोटी के मोहताज हैं, वहीं उसी प्रदेश में एक व्यक्ति को सिर्फ एक रुपये में हजारों एकड़ किसानों की जमीन अडानी को दे दी जाती है। गांधी ने कहा कि हाल ही में बिहार की जनता से संवाद करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने सस्ते इंटरनेट डेटा की बात की थी, लेकिन यह नहीं बताया कि इस सस्ते डेटा का अधिकतम कारोबार रिलायंस जियो, जो उनके मित्र अंबानी का है, कर रहा है।

कांग्रेस के नेता ने कहा कि बिहार के लोग उस हिंदुस्तान में जी रहे हैं जहां बुनियादी सुविधाएं भी उपलब्ध नहीं हैं। उन्होंने कहा कि दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के पास बड़ी संख्या में बिहारी इलाज के इंतजार में बैठे रहते हैं और पूछने पर बताते हैं कि उचित कीमत पर उनके राज्य में अच्छी चिकित्सा सुविधा उपलब्ध नहीं है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी वोट के लिए कोई भी स्वांग भर लेते हैं, अच्छी बातें करते हैं, लेकिन वास्तव में गरीबों की बेहतरी से उनका कोई सरोकार नहीं है।

उन्होंने कहा कि जब लोकसभा में जातीय जनगणना कर हर वर्ग के लोगों की स्थिति समझने की बात कही गई तो मोदी और उनके दल के लोगों ने उसका उपहास किया।

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