मध्य प्रदेश आज अपना 70वां स्थापना दिवस मना रहा है, और देश के बड़े राजनेता इसे बधाई दे रहे हैं। मध्य प्रदेश के नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने भी प्रदेशवासियों को बधाई दी है, लेकिन उन्होंने कुछ चुनौतियों की ओर भी इशारा किया। उमंग सिंघार ने X पर एक वीडियो संदेश में कहा, “मध्य प्रदेश स्थापना दिवस की प्रदेशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं। यह प्रदेश देश का हृदय कहलाता है और महान विभूतियों की धरती है।
यहाँ बाबा साहब भीमराव अंबेडकर, राजा भोज, रानी कमलापति, रानी दुर्गावती और टंट्या भील की विरासत है।” उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश की पहचान केवल नक्शों में नहीं है, बल्कि यह हर नदी, घाटी और शहर की रगों में बसती है। यहाँ के खेत सोना नहीं, बल्कि उम्मीद उगाते हैं। उन्होंने कहा कि यह प्रदेश अपने जंगलों, नदियों और जीवन से धन्य है। यहाँ हर धर्म, जाति, भाषा और समुदाय मिलकर इस प्रदेश की अनोखी पहचान बनाते हैं। उमंग सिंघार ने कहा कि चुनौतियों को छिपाना समाधान नहीं है।
उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि प्रदेश में कई समस्याएँ हैं, जैसे गांवों में बिजली की कमी, आदिवासियों की वन भूमि पट्टे के लिए परेशानियाँ, दलितों की अस्मिता की चिंता और महिलाओं की सुरक्षा की तलाश। उन्होंने कहा कि हमें ऐसा मध्य प्रदेश बनाना है जहाँ हर बच्चे को शिक्षा, हर महिला को सुरक्षा, हर हाथ को काम और हर दिल को सम्मान मिले। स्थापना दिवस पर उन्होंने सभी से संकल्प लेने की अपील की कि हम इस मध्य प्रदेश को समृद्धि, समानता और संवेदना का उदाहरण बनाएंगे।
मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष जीतू पटवारी ने भी स्थापना दिवस पर प्रदेशवासियों को शुभकामनाएँ दीं और कहा कि हमारे राज्य ने सांस्कृतिक वैभव और प्रगति के कई मील के पत्थर स्थापित किए हैं।

