जयपुर। सिंधी कैम्प बस स्टैंड पर अनधिकृत वाहनों के संचालन और अवैध रूप से यात्रियों को बैठाने की गतिविधियों के कारण यातायात बाधित होना, जाम लगना और रोडवेज़ को दैनिक राजस्व हानि होना अब एक गंभीर समस्या बन चुकी है। इसी मुद्दे को उठाते हुए सिंधी कैम्प डिपो के मुख्य प्रबंधक राकेश राय ने आरटीओ प्रथम राजेंद्र सिंह शेखावत को विस्तृत पत्र लिखकर अवैध संचालन पर तत्काल और प्रभावी रोक लगाने की मांग की है। पत्र में उल्लेख किया गया है कि बस स्टैंड के बाहर जिला कलेक्टर द्वारा घोषित नो पार्किंग जोन का उल्लंघन लगातार हो रहा है।
निजी वाहन स्वामी असामाजिक तत्वों की मदद से स्टैंड के बाहर वाहनों को खड़ा करते हैं, जिससे रोडवेज़ बसों की आवाजाही बाधित होती है। यात्रियों को असुविधा, निगम बसों के निर्धारित समय में देरी और आए दिन लगने वाले जाम से आमजन त्रस्त है। मुख्य प्रबंधक ने माँग की है कि यातायात पुलिस को निर्देशित कर अवैध वाहनों पर कड़ी कार्रवाई करवाई जाए तथा बस स्टैंड के आसपास संचालित अवैध बस एजेंसियों की जांच कर उनके रजिस्ट्रेशन और परमिट की सत्यता सुनिश्चित की जाए। अनियमित पाए जाने पर उन पर आवश्यक दंडात्मक कार्यवाही की जाए।
पत्र में यह भी बताया गया है कि सिंधी कैम्प का क्षेत्र थाना सिंधी कैम्प और थाना जालूपुरा, दोनों के अधीन आता है। ऐसे में निगम कर्मचारी जब अवैध वाहनों को हटाते हैं, तो वाहन स्वामी विवाद, झगड़े और झूठे मुकदमे दर्ज कराने की धमकी तक दे देते हैं। इसलिए संबंधित थानों को भी विशेष निर्देश दिए जाने की मांग की गई है। सिंधी कैम्प पर लगातार दबाव बढ़ने से हादसों की आशंका भी बढ़ रही है।
इसी को ध्यान में रखते हुए आरटीओ प्रथम से दो विशेष उड़नदस्तों की तैनाती की मांग की गई है, जो बिना परमिट, फिटनेस, टैक्स और बस बॉडी कोड के विपरीत चल रहे वाहनों पर कार्रवाई करेंगे। इस संबंध में डीटीओ संजीव दलाल को भी निर्देशित किया गया है。


