वैदिक ज्योतिष में शुक्र (Shukra) को महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त है। इसे कला, रचनात्मकता, सौंदर्य, धन-समृद्धि, कारोबार, भौतिक और वैवाहिक सुख का प्रतीक माना जाता है। इसकी मजबूत स्थिति से व्यक्ति को धन-धान्य की प्राप्ति होती है और वैवाहिक जीवन खुशहाल रहता है। कमजोर स्थिति से स्वास्थ्य, वैवाहिक और प्रेम संबंधों में समस्याएं आ सकती हैं। आर्थिक परेशानियां भी उत्पन्न हो सकती हैं। शुक्र समय-समय पर अपनी चाल बदलते रहते हैं। 2025 के दिसंबर महीने में शुक्र तीन बार नक्षत्र परिवर्तन करेंगे, जिसका असर सभी राशियों पर पड़ेगा।
पहले नक्षत्र का गोचर 9 दिसंबर को होगा, जब शुक्र ज्येष्ठ नक्षत्र में प्रवेश करेंगे। दूसरा नक्षत्र गोचर 20 दिसंबर को होगा, जब शुक्र मूल नक्षत्र में जाएंगे। तीसरा नक्षत्र गोचर 30 दिसंबर को होगा, जब शुक्र पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र में प्रवेश करेंगे। वृषभ राशि के लोगों के लिए यह समय लाभकारी होगा, सभी रुके हुए काम संपन्न होंगे। वृश्चिक राशि के लिए यह समय सफलता के दरवाजे खोलेगा, छात्रों के लिए भी लाभकारी रहेगा। मीन राशि के जातकों के लिए भी शुक्र मेहरबान रहेंगे, धार्मिक कार्यों में रुचि बढ़ेगी और जिम्मेदारियों को पूरा करने में मदद मिलेगी।


