दीपावली के बाद मौसम में हो रहा बदलाव

Kheem Singh Bhati

आहोर में हल्की बूंदाबांदी, सर्दी बढ़ने के आसार। दीपावली के बाद मौसम में अब धीरे-धीरे बदलाव महसूस किया जाने लगा है। सोमवार सुबह आहोर क्षेत्र में हल्की बूंदाबांदी के साथ दिन की शुरुआत हुई, जिससे हवा में ठंडक घुल गई और मौसम सुहावना बन गया। सुबह और रात के समय हल्की सर्दी का अहसास लोगों को होने लगा है। स्थानीय लोगों के अनुसार, रविवार रात से ही आसमान में बादल छाए हुए थे, जिसके चलते सोमवार अलसुबह हल्की फुहारें पड़ीं। इससे सड़कों और खेतों में नमी बढ़ गई।

ग्रामीण इलाकों में लोगों ने कहा कि मौसम के इस बदलाव से सर्दी की दस्तक महसूस होने लगी है। मौसम विभाग के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से राजस्थान के पश्चिमी हिस्सों में हल्की बूंदाबांदी और बादल छाने की स्थिति बनी हुई है। आने वाले दिनों में न्यूनतम तापमान में 2 से 3 डिग्री तक की गिरावट दर्ज हो सकती है। सुबह और देर शाम के समय हल्की ठंडक बढ़ने के साथ दिन में हल्की गर्मी बनी रहने की संभावना है।

मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि नवंबर की शुरुआत तक तापमान में और गिरावट आएगी, जिससे रबी सीजन की फसलों के लिए अनुकूल वातावरण तैयार होगा। स्थानीय दुकानदारों और राहगीरों ने भी कहा कि दीपावली के बाद का यह मौसम “न तो पूरी तरह गर्म, न पूरी तरह ठंडा” होता है, परंतु सुबह की हवा अब ठंडी लगने लगी है। गांवों में सुबह-सुबह चाय की दुकानों पर सर्दी की चर्चा शुरू हो चुकी है और लोग अब गरम कपड़ों की तैयारी करने लगे हैं। जवाई नदी में थम गया पानी का बहाव।

जालोर में 51 दिन से जवाई नदी में चल रहा पानी का बहाव लाभ पंचमी की देर शाम से जवाई नदी का बहाव थम गया, रविवार रात जवाई बांध के गेट बंद कर दिए गए और इसके बाद जवाई नहर की मुख्य केनाल के जरिए सिंचाई के लिए पानी छोड़ा गया। 21 अगस्त को भारी बारिश के बाद शुरू हुई जवाई नदी की रफ्तार अब 62 दिन बाद थम गयी। 6 सितंबर को बांध ओवरफ्लो होने के बाद से जवाई नदी में लगातार पानी छोड़ा जा रहा था।

अब कैचमेंट एरिया से आवक बंद होने और केवल सेई बांध की टनल से सीमित मात्रा 40 एमसीएफटी की आवक होने से नदी का बहाव बहुत धीमा पड़ चुका है। 2 गेट से रोजाना 420 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है जो रविवार देर शाम को बंद कर दिया गया।

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