कौन है कुश्ती संघ के नए अध्यक्ष संजय सिंह? जाने बृजभूषण सिंह से कनेक्‍शन। 

Kheem Singh Bhati
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कौन है कुश्ती संघ के नए अध्यक्ष संजय सिंह? जाने बृजभूषण सिंह से कनेक्‍शन। 

पिछले एक साल से चल रहे पहलवानों के साथ बृजभूषण शरण सिंह के विवादों के बाद अब भाजपा नेता संजय सिंह को भारतीय कुश्ती संघ का नया अध्यक्ष चुना गया है. वाराणसी के रहने वाले संजय सिंह को बृजभूषण शरण सिंह का बेहद करीबी माना जाता है तथा दोनों करीबी दोस्‍त भी हैं.

अब सभी के मन में यह सवाल उठ रहा है कि आखिर ये संजय सिंह है कौन? जिन्‍हें लगातार चल रहे विवादों के बाद इतनी बड़ी जिम्‍मेदारी दी जा रही है. आइये हम बताते हैं की ये संजय सिंह है कौन. ?

भारतीय कुश्ती संघ के चुनावों में अपने प्रतिद्वंदी अनीता श्योराण को मात देते हुए संजय सिंह भारतीय कुश्ती संघ का अध्‍यक्ष बनने में कामयाब रहे. संजय वर्ष 2008 से कुश्ती से जुड़े हैं. बृजभूषण सिंह जब यूपी कुश्ती संघ के 2009 में अध्यक्ष बने थे तब संजय वहां उपाध्यक्ष थे।

काशी हिन्दू विश्‍वविद्यालय में संजय की शिक्षा हुई है। संजय सिंह कुश्‍ती से बचपन से ही जुड़े रहे हैं.  बनारस में हर महाशिवरात्रि पर्व होने वाला बहुत बड़ा कुश्‍ती का दंगल भी संजय के दादा कन्‍हैया सिंह कराते थे. संजय के परिवार से  कई बड़े पहलवान निकले है जिनमे नामी पहलवान मंगला राय भी इनके ही परिवार से जुड़े है.

बनारस कुश्‍ती संघ के अध्‍यक्ष बने. संजय वर्ष 2009 में उत्‍तर प्रदेश कुश्‍ती संघ के उपाध्‍यक्ष बने. बनारस में मैट पर कुश्‍ती शुरू करने का श्रेय भी संजय सिंह को ही जाता है. संजय सिंह परिवार शुरू से ही स्‍वयं सेवक संघ से जुड़ा रहा है.

बृजभूषण सिंह ने अपने करीबी संजय सिंह को बनाया कुश्ती संघ का अध्यक्ष

देश के बड़े पहलवानों ने कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर यौन शोषण का अरोप लगाया था. और पहलवान अपनी मांगों को लेकर देश की राजधानी दिल्‍ली के जंतर मंतर पर धरने पर भी बैठे थे.

सरकार ने की दौर की वार्ता के बाद पहलवानों से यह वादा किया गया था कि कुश्‍ती महासंघ के चुनाव सांसद बृजभूषण शरण सिंह और उनके परिवार के सदस्याें को चुनाव लड़ने नहीं दिया जाएगा. बृजभूषण सिंह के परिवार के सदस्यों में उनके बेटे प्रतीक और उनके दामाद विशाल WFI चुनाव लड़ने से दूर रहे.

हालांकि बृजभूषण ने अपने खास सहयोगी मित्र संजय सिंह को चुनाव लड़ाकर जीत दिलाने में कामयाब रहे. आपको बता दें कि डब्ल्यूएफआई चुनाव के लिए प्रक्रिया इसी जुलाई में शुरू हुई थी. पहलवानों के धरने और कोर्ट में इस फैसले को लेकर लगातार देरी होती रही.

पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट द्वारा लगाई गई रोक को सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में खारिज करते हुए चुनाव कराने की अनुमति दी थी.

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