पाली। शहर के ट्रांसपोर्ट नगर थाना क्षेत्र से मानवता को झकझोर देने वाला मामला सामने आया है। यहां एक विधवा महिला पर पड़ोसी महिला और उसकी बेटी ने कथित रूप से हमला कर दिया। घायल महिला को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसके दो छोटे बच्चे रातभर मां के सिरहाने बैठे रहे। घटना के बाद इलाके में आक्रोश और सहानुभूति दोनों माहौल देखने को मिला। कहासुनी के बाद हमला घटना शनिवार शाम की बताई जा रही है।
ट्रांसपोर्ट नगर थाना क्षेत्र की इंद्रा कॉलोनी विस्तार में रहने वाली 40 वर्षीय ललिता प्रजापत ने पुलिस को बताया कि पड़ोसी महिला और उसकी बेटी के साथ मकान खाली कराने को लेकर विवाद चल रहा था। इसी को लेकर दोनों में कहासुनी हो गई, जिसके बाद पड़ोसी महिला और उसकी बेटी ने उस पर लाठी-डंडों से हमला कर दिया। हमले में ललिता के सिर और शरीर पर गंभीर चोटें आईं। मोहल्ले के लोगों ने बीच-बचाव कर किसी तरह उसे छुड़ाया और तुरंत अस्पताल पहुंचाया।
मकान खाली कराने का विवाद पीड़िता ने बताया कि पड़ोसी महिला लंबे समय से उस पर किराये का मकान खाली करने का दबाव बना रही थी। इस विवाद को लेकर दोनों पक्षों में कई बार कहासुनी हो चुकी थी। शनिवार को यह विवाद इतना बढ़ गया कि हमले तक की नौबत आ गई। ललिता प्रजापत पाली जिला जेल में रसोइया (खाना बनाने का काम) करती है। पति की मौत के बाद वह अपने दो बच्चों — 10 और 13 साल के साथ अकेले जीवन यापन कर रही है।
घटना के बाद भी उसने हिम्मत नहीं हारी और पुलिस थाने पहुंचकर रिपोर्ट दर्ज कराई। अस्पताल में भर्ती ललिता के साथ उसके दोनों बच्चे पूरी रात बैठे रहे। कभी मां के सिर पर पट्टी थामते, तो कभी पानी पिलाते — दोनों मासूमों की आंखों में आंसू थे, लेकिन हिम्मत के साथ मां का सहारा बने रहे। अस्पताल के वार्ड में मौजूद लोगों ने भी इस भावुक दृश्य को देखकर सहानुभूति जताई। ट्रांसपोर्ट नगर थाना पुलिस ने पीड़िता की शिकायत पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
पुलिस ने बताया कि आसपास के लोगों से बयान लिए जा रहे हैं, और आरोपियों की पहचान एवं भूमिका की पुष्टि की जा रही है। जल्द ही दोनों महिलाओं को पूछताछ के लिए बुलाया जाएगा। स्थानीय लोगों ने पुलिस से मांग की है कि हमलावरों को जल्द गिरफ्तार किया जाए ताकि भविष्य में किसी महिला के साथ इस तरह की घटना दोबारा न हो। साथ ही प्रशासन से विधवा महिला को सुरक्षा और आर्थिक मदद देने की अपील की गई है।


