भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने इतिहास रच दिया है। आईसीसी विमेंस वनडे वर्ल्ड कप 2025 के फाइनल मुकाबले में भारत ने साउथ अफ्रीका को 52 रनों से हराया। फाइनल मुकाबला बेहद रोमांचक रहा। साउथ अफ्रीका की ओर से कप्तान लौरा वोल्वार्ड्ट ने शानदार 101 रनों की पारी खेली, लेकिन वह टीम को जीत नहीं दिला सकीं। शेफाली वर्मा और दीप्ति शर्मा ने पूरा मैच पलट दिया। दरअसल, दीप्ति शर्मा ने कप्तान लौरा वोल्वार्ड्ट को 101 रनों के स्कोर पर आउट कर मैच भारत की झोली में डाल दिया।
शेफाली वर्मा के इन दो विकेटों ने पलटा मैच वहीं शेफाली वर्मा ने पहले सुने लुस को 25 रनों के स्कोर पर और मारिजान काप को 4 रनों के स्कोर पर आउट कर भारत को मैच में वापसी कराई। एक समय पर साउथ अफ्रीका की टीम भारत से मुकाबला दूर खींचकर ले जा रही थी, लेकिन शेफाली वर्मा ने दो विकेट लेकर पूरा मैच पलट दिया। इसके बाद दीप्ति शर्मा ने साउथ अफ्रीका को वापसी करने का मौका नहीं दिया।
विश्व कप 2025 में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाली गेंदबाज रही दीप्ति शर्मा ना केवल इस विश्व कप में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाली गेंदबाज बनीं, बल्कि एक मात्र महिला स्पिनर खिलाड़ी बनीं जिन्होंने वर्ल्ड कप के फाइनल में 5 विकेट झटके। साउथ अफ्रीका को 299 रनों का लक्ष्य दिया था। भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए साउथ अफ्रीका को 299 रनों का लक्ष्य दिया था। भारत की ओर से स्मृति मंधाना और शेफाली वर्मा ने शानदार शुरुआत की थी। शेफाली वर्मा ने शानदार 87 रनों की पारी खेली, हालांकि वह शतक से चूक गईं।
स्मृति मंधाना अर्धशतक नहीं बना सकीं, उन्होंने 45 रनों की महत्वपूर्ण पारी खेलकर अपना विकेट गंवा दिया। भारत की ओर से जेमिमा रॉड्रिग्स और हरमनप्रीत कौर भी बड़ा स्कोर नहीं बना सकीं। हरमनप्रीत कौर मात्र 20 रन बनाकर आउट हो गईं, जबकि जेमिमा रॉड्रिग्स 24 रन के स्कोर पर पवेलियन लौट गईं। लेकिन शेफाली वर्मा की शानदार पारी ने भारत को 298 का बड़ा स्कोर बनाने में मदद की। साउथ अफ्रीका की टीम की शुरुआत शानदार रही थी भारत द्वारा दिए गए 299 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी साउथ अफ्रीका की टीम की शुरुआत शानदार रही।
साउथ अफ्रीका ने पहले विकेट के लिए 51 रनों की बड़ी साझेदारी की। भारत को पहला बड़ा विकेट रन आउट के रूप में मिला। तजमिन ब्रिट्स रन बनाकर रन आउट हो गईं। इसके बाद भारत को मैच में वापसी का मौका मिला। भारत को दूसरा बड़ा विकेट 62 के स्कोर पर मिला। एनेके बॉश जीरो रन बनाकर श्री चरणी का शिकार बनीं। इसके बाद शेफाली वर्मा ने लगातार दो बड़े झटके साउथ अफ्रीका को दिए और फिर दीप्ति शर्मा ने सुने लुस को 16 रन पर आउट कर भारत को मैच में पूरी तरह से वापस ला दिया।
साउथ अफ्रीका की कप्तान लौरा वोल्वार्ड्ट ने 11 चौकों और 1 छक्के की मदद से 101 रनों की शानदार शतकीय पारी खेली। वह बड़ा शॉट खेलने के प्रयास में दीप्ति शर्मा की गेंद पर अमनजोत के हाथों कैच दे बैठीं। उसी ओवर में दीप्ति शर्मा ने एलबीडब्ल्यू कर क्लो ट्रायॉन को भी चलता किया और जीत की नींव को मजबूत किया।
साउथ अफ्रीकन कप्तान ने वर्ल्ड कप के इतिहास में जोड़ा अपना नाम शतकीय पारी खेलने के साथ ही साउथ अफ्रीका की कप्तान लौरा वॉलवर्ट 1328 रनों के साथ वर्ल्ड कप टूर्नामेंट् में सबसे ज्यादा रन बनाने वाली दूसरी बल्लेबाज बन गई है। सबसे ज्यादा रन का रिकॉर्ड डेबी हॉकली के नाम है जिन्होंने 1501 रन बनाए थे। भारत की पूर्व कप्तान मिताली राज 1321 रनों के साथ तीसरे स्थान पर हैं।
इस लिस्ट में शामिल हुआ भारत अब तक खेले गए 12 वर्ल्ड कप टूर्नामेंट्स में ऑस्ट्रेलिया ने 7 बार, इंग्लैंड ने 4 बार और न्यूजीलैंड ने एक बार खिताब जीता है। वहीं अब भारत भी इस लिस्ट में शामिल हो चुका है। महिला क्रिकेट वर्ल्ड कप का इतिहास 1973 से शुरू हुआ, जब इंग्लैंड ने अपने घरेलू मैदान पर पहला वर्ल्ड कप आयोजित किया। यह टूर्नामेंट नॉकआउट के बजाय लीग की तरह खेला गया था। इंग्लैंड ने रैचेल हेहो फ्लिंट की कप्तानी में शानदार प्रदर्शन कर महिला क्रिकेट की विश्व चैंपियन बनी। ऑस्ट्रेलिया की टीम दूसरे स्थान पर रही।
इसके बाद 1978 में भारत में आयोजित दूसरे महिला वर्ल्ड कप में भी लीग प्रणाली लागू की गई। इस बार ऑस्ट्रेलिया ने मार्गरेट जेनिंग्स की कप्तानी में शानदार और संतुलित प्रदर्शन करते हुए खिताब अपने नाम किया, जबकि इंग्लैंड की टीम दूसरे स्थान पर रही।

