नई दिल्ली, 19 मार्च ()। भारत की स्टार मुक्केबाज निखत जरीन और मनीषा मौन ने महिंद्रा आईबीए महिला विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप के चौथे दिन रविवार को नई दिल्ली के इंदिरा गांधी स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में सर्वसम्मत निर्णय से जीत हासिल करते हुए प्री क्वार्टरफाइनल में प्रवेश कर लिया।
निखत ने 50 किग्रा वर्ग में अल्जीरिया की बोआलम रोमायसा को 5-0 से हरा दिया। उन्होंने मौजूदा अफ्रीकी चैम्पियन को सर्वसम्मत फैसले से हराकर टूर्नामेंट में दूसरी जीत दर्ज की। मौजूदा विश्व चैंपियन ने शुरू से ही अल्जीरियाई मुक्केबाज के खिलाफ अपना दबदबा कायम रखा और पहले राउंड में सटीक तथा शक्तिशाली मुक्के से मुकाबले को अपने नाम किया।
26 साल की इस खिलाड़ी ने पहले राउंड से ही शानदार अंदाज में अपनी लय बरकरार रखी और अगले दो राउंड में भी अपने प्रतिद्वंद्वी को पूरी तरह से मुकाबले से बाहर कर दिया तथा सर्वसम्मत निर्णय से जीत दर्ज कर ली।
निखत ने अपनी शानदार जीत के बाद कहा, आज मेरी रणनीति दबदबा बनाने की थी क्योंकि रोमायसा शीर्ष वरीय मुक्केबाज थीं। वरीयता का फायदा होता है। मुझे भी वरीयता मिली। अगर मैं शीर्ष वरीय को हराती हूं तो इससे जजों पर प्रभाव पड़ता है। मैंने उसके मुकाबले देखे हैं। अगर आप उसके करीब से खेलो तो वह काफी हावी हो जाती है और इसलिये मेरा लक्ष्य दूर से ही मुक्के जड़ने का था। अंत में मैं जीत गई और इसलिए मैं खुश हूं।
प्री क्वार्टरफाइनल में अब निखत का सामना मेक्सिको की हेरेरा अल्वारेज फातिमा से होगा, जो दो मुक्केबाजों के बीच पिछले संस्करण के राउंड-32 मुक्केबाजी का रीमैच होगा।
निखत की तरह ही 2022 विश्व चैंपियनशिप की कांस्य पदक विजेता मनीषा (57 किग्रा) ने भी ऑस्ट्रेलिया की टीना रहीमी के खिलाफ 5-0 से जीत दर्ज की। हरियाणा की 25 वर्षीय मुक्केबाज ने फ्रंट फुट से शुरूआत की और वह पूरे बाउट में क्रूज कंट्रोल में थीं और उन्होंने अपने प्रतिद्वंद्वी को वापसी करने का कोई मौका नहीं दिया।
भारतीय खिलाड़ी के पास चतुराई से हमला करने की रणनीति थी और उन्होंने अपने प्रतिद्वंद्वी के हमलों को प्रभावशाली ढंग से सामना किया।
मनीषा ने कहा, हमने इस बाउट के लिए पहले से ही रणनीति बना ली थी, बाउट के बीच में कोचों की सलाह ने मुझे विपक्षी मुक्केबाज की मानसिकता को समझने में मदद की। मैंने अपने मुक्कों का पूरी इस्तेमाल किया। मैं यहां लड़ने के लिए हूं और अपने कंधों पर देश का भार उठाकर बहुत अच्छा महसूस कर रही हूं। मैं भारतीयों के अद्भुत समर्थन के लिए शुक्रिया अदा करना चाहूंगी, जो महिला मुक्केबाजों को प्री-क्वार्टर तक पहुंचने में मदद करने में महत्वपूर्ण रहा।
अगले दौर में अब मनीषा का सामना तुर्की की नूर एलिफ तुरहान से होगा।
इस बीच, 2016 रियो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता कोलंबिया की इंग्रिट वालेंसिया (50 किग्रा) ने भी जीत के साथ टूर्नामेंट में अपने अभियान की विजयी शुरूआत की। उन्होंने केन्या की नजीवा वेरोनिका एमबीथे को दूसरे दौर में रेफरी स्टॉप्स मुकाबला (आरएससी) के फैसले से हराया। कोलंबियाई मुक्केबाज को बाउट में मुश्किल से पसीना बहाना पड़ा और उन्होंने अपनी ताकत और अनुभव का उपयोग करते हुए अपने प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ शानदार जीत दर्ज की।
एक अन्य ओलंपिक पदक विजेता, इटली की इरमा टेस्टा ने भी टूर्नामेंट में जीत के साथ अपनी शुरूआत की। उन्होंने ग्वाटेमाला की रेयेस मोरेनो लीलानी नोशबेट को 57 किग्रा वर्ग में 4-1 से पराजित किया। 2020 टोक्यो ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने वाली शीर्ष वरीयता प्राप्त इटली की मुक्केबाज को अपने प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ा, लेकिन उन्होंने अपनी सर्वोच्च तकनीकी क्षमता का उपयोग करते हुए मुकाबला जीत लिया।
सोमवार को अब 2020 टोक्यो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता भारतीय मुक्केबाज लवलीना बोरगोहेन (75 किग्रा), साक्षी चौधरी (52 किग्रा) और प्रीति (54 किग्रा) के साथ अपने प्री-क्वार्टर मुकाबलों के लिए रिंग में उतरेंगी। लवलीना का सामना मेक्सिको की सिताली ओर्टिज से होगा, वहीं साक्षी और प्रीति का सामना क्रमश: उज्बेकिस्तान की उराकबायेवा झाजीरा और थाईलैंड की जुटामास जिटपोंग से होगा।
आरआर