नैनीताल। उत्तराखंड में प्रतिपक्ष के नेता यशपाल आर्य ने उत्तरकाशी के युवा पत्रकार राजीव प्रताप की मौत की जांच केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से कराने की मांग की है। आर्य ने बुधवार को जारी एक बयान में कहा कि पत्रकार राजीव 18 सितंबर की रात से लापता था। विगत 28 सितंबर को उसका शव जोशियाडा बैराज के पास मिला। उन्होंने कहा कि पत्रकार जन सरोकारों से जुड़ी निर्भीक पत्रकारिता से जुड़ा था। हाल ही में उन्होंने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भ्रष्टाचार और सरकारी बद इंतजामी की कुछ खोजपरक खबरें की थी।
उसके परिवार का आरोप है कि उन्हें कुछ लोगों से जान से मारने की धमकी मिल रही थी। कांग्रेस नेता ने आगे कहा कि राजीव प्रताप की संदेहास्पद मौत से सिद्ध होता है कि उत्तराखण्ड में ईमानदार और निष्पक्ष पत्रकारिता करने वाले पत्रकार सुरक्षित नहीं हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से आग्रह किया कि इस मामले की अविलंब निष्पक्ष और पारदर्शी जांच होनी चाहिए।