पूर्व भाजपा नेता नूपुर शर्मा के समर्थन में फेसबुक पर एक पोस्ट लिखने के बाद 21 जून को कोल्हे की हत्या कर दी गई थी।
एनआईए ने फिलहाल उनके नामों का खुलासा नहीं किया है।
जांच एजेंसी ने अपनी प्राथमिकी में शर्मा और एक अन्य भाजपा नेता नवीन कुमार जिंदल का समर्थन करने वाले लोगों को मैसेज भेजने की साजिश रचने वाले लोगों के एक समूह का जिक्र किया है।
एनआईए ने प्राथमिकी में दावा किया, उन्होंने भारत के लोगों के एक वर्ग के बीच आतंक फैलाने की साजिश रची और अपने दावे के साथ धर्म के आधार पर दुश्मनी को बढ़ावा देने का प्रयास किया। कोल्हे की हत्या भारत के लोगों के एक वर्ग को आतंकित करने की साजिश के तहत की गई थी।
इसमें कहा गया है कि मामले के आरोपी के अंतरराष्ट्रीय संबंध हो सकते हैं।
इससे पहले, एनआईए ने महाराष्ट्र में 13 स्थानों पर तलाशी ली थी, जिसके कारण उन्हें आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद हुए थे।
आरोपियों और संदिग्धों के परिसरों की तलाशी के दौरान, डिजिटल डिवाइस (मोबाइल फोन, सिम कार्ड, मेमोरी कार्ड, डीवीआर), नफरत फैलाने वाले पैम्फलेट, चाकू और अन्य आपत्तिजनक दस्तावेज और सामग्री जब्त की गई।
मामला 21 जून 2022 को अमरावती में एक फार्मासिस्ट उमेश कोल्हे की हत्या से संबंधित है। उन्हें उनके सोशल मीडिया पोस्ट के लिए मारा गया था, जिसमें उन्होंने नूपुर शर्मा का समर्थन किया था।
मामला शुरू में 22 जून को पुलिस स्टेशन सिटी कोतवाली में दर्ज किया गया था और बाद में 2 जुलाई को एनआईए ने जांच अपने हाथ में ले ली।
मामले में आगे की जांच जारी है।
आईएएनएस
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