नडियाद रेलवे पुलिस ने सात बदमाशों साहिल दीवान वोरा, सागर परमार, हिम्मतसिंह परमार और चार अन्य के खिलाफ हत्या के प्रयास, गैरकानूनी सभा, दंगा, घातक हथियार से लैस, आपराधिक धमकी और लोक सेवक को अपने कर्तव्य का निर्वहन करने से रोकने के लिए मामला दर्ज किया है। मामले की जांच उपनिरीक्षक ओ. आई. सिद्दी कर रहे हैं।
कांस्टेबल रवि चौहान द्वारा दर्ज पुलिस प्राथमिकी के अनुसार, मंगलवार की रात, मैं हेड कांस्टेबल दिलीप भुलाभाई और तीन अन्य जवानों के साथ ड्यूटी पर था, तीन कर्मी राउंड पर थे, मैं और दिलीप अपना काम कर रहे थे, साहिल, बिपिन और अन्य लोग चौकी में घुस गए और यह आरोप लगाते हुए हमसे झगड़ने लगे कि मैं उनके खिलाफ झूठा मामला दर्ज कर उन्हें परेशान कर रहा हूं।
प्राथमिकी में कहा गया है,चौकी से निकलने से पहले उन्होंने हमें धमकाया, जिसके बाद उन्होंने चौकी पर पथराव शुरू कर दिया और जबरदस्ती अंदर घुस गए और मुझे और दिलीप को लाठियों और चाकुओं से पीटना शुरू कर दिया, जब गश्त पर गई टीम लौटी तो भीड़ भाग गई।
हेड कांस्टेबल के दाहिने पैर में फ्रैक्च र हो गया और शिकायतकर्ता को भी चोटें आईं।
नडियाद रेलवे पुलिस थाने के अधिकारी ने बताया कि पश्चिम रेलवे पुलिस ने आरोपियों को पकड़ने के लिए चार टीमों का गठन किया है।
आईएएनएस
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