मध्य प्रदेश: करम बांध में रिसाव से खतरा, गांवों को कराया जा रहा खाली

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भोपाल, 13 अगस्त (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश में नवनिर्मित करम बांध से पानी के लगातार रिसने के चलते 18 गांवों के 6,000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए कहा गया।

धार और खरगोन जिलों के गांवों को खाली कराया जा रहा है। वहीं बांध के मरम्मत के लिए राज्य और केंद्र सरकार के एक्सपर्ट लगातार काम में जुटे हुए हैं।

आधिकारिक रिपोर्ट के मुताबिक, शुक्रवार देर रात वायुसेना के दो हेलीकॉप्टर मौके पर पहुंचे।

राष्ट्रीय आपदा राहत बल (एनडीआरएफ) की कम से कम तीन टीमों और राज्य आपदा राहत बल (एसडीआरएफ) की सात टीमों को भी भू-भाग को खाली कराने के अभियान में लगाया गया है।

कारम बांध में एक किनारे से सुरक्षित तरीके से पानी की निकासी की जा रही है ताकि बांध की दीवारों पर पानी का दबाव कम किया जा सके।

बांध की लंबाई 590 मीटर और ऊंचाई 53 मीटर है और वर्तमान में 15 एमसीएम पानी जमा है।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार को कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दो बार बांध की स्थिति से अवगत कराया है।

उन्होंने कहा, मैंने पीएम मोदी से स्थिति और बचाव कार्यों के बारे में दो बार बात की है। बांध से पानी छोड़ने के लिए एक वैकल्पिक मार्ग का निर्माण चल रहा है। कुछ कठोर चट्टान के कारण, खुदाई की प्रक्रिया थोड़ी धीमी है, लेकिन कई टीमें कोशिश कर रही हैं। जल्द से जल्द पानी कम करने का उपाय किया जाएगा।

करम बांध का निर्माण 304 करोड़ रुपये की लागत से हुआ। इसे लगभग चार साल पहले शुरू किया गया था।

आईएएनएस

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Sabal Singh Bhati is CEO and chief editor of Niharika Times
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