अगर प्रतियोगिता न हो तो कोई खुद को सुधारना नहीं चाहेगा : सुधांशु पांडे

By
2 Min Read

मुंबई, 13 अगस्त (आईएएनएस)। अनुपमा फेम सुधांशु पांडे का कहना है कि आजकल प्रोजेक्ट्स और प्लेटफॉर्म के मामले में अभिनेताओं के लिए अवसरों में वृद्धि के साथ प्रतिस्पर्धा और सुधार की बेहतर गुंजाइश है।

उन्होंने आगे कहा, प्रतिस्पर्धा तो होनी ही है क्योंकि अगर कोई प्रतिस्पर्धा नहीं है तो मुझे नहीं लगता कि कोई खुद को सुधारना चाहेगा और यह नीरस हो जाएगा। विकसित होने के लिए किसी को प्रतिस्पर्धा महसूस करनी चाहिए क्योंकि यह महत्वपूर्ण है।

उन्होंने यह भी कहा कि हालांकि परियोजनाओं की संख्या में वृद्धि हुई है, लोगों को विषयों और कहानी के साथ और अधिक प्रयोग करने के बारे में भी सोचना चाहिए।

कई टीवी शो कर चुके अभिनेता का मानना है कि प्रतिभा से ही काम मिलता है न कि किसी संदर्भ या प्रचार से।

उन्होंने आगे कहा, मैंने हमेशा व्यक्तिगत रूप से महसूस किया कि एक प्रबंधक या एक प्रबंध कंपनी होना वास्तव में मायने नहीं रखता क्योंकि लोग आपको आपकी प्रतिभा के आधार पर काम देने जा रहे हैं। अगर आपका काम अच्छा है तो कोई भी आपके साथ काम करना चाहेगा।

आईएएनएस

देश विदेश की तमाम बड़ी खबरों के लिए निहारिका टाइम्स को फॉलो करें। हमें फेसबुक पर लाइक करें और ट्विटर पर फॉलो करें। ताजा खबरों के लिए हमेशा निहारिका टाइम्स पर जाएं।

Share This Article
Exit mobile version