नई दिल्ली, 28 अगस्त ()। किसी भी ऑनलाइन घोटाले या धोखाधड़ी से अवगत होना आपके बैंक बैलेंस और मन की शांति को बचाने के लिए सबसे अच्छा रक्षा तंत्र है, क्योंकि एक बार शिकार होने के बाद आपके नुकसान की भरपाई करना असंभव हो सकता है।
साइबर कानून विशेषज्ञ अनुज अग्रवाल लोगों को आगाह करते हैं कि वे संदिग्ध ऋण ऐप डाउनलोड न करें, जो एंड्रॉइड फोन के व्यापक उपयोग के बाद एक आम धोखाधड़ी है, क्योंकि उनमें रिमोट एक्सेस ट्रोजन (आरएटी) और एनीडेस्क होते हैं, जो हैकर्स को डिवाइस और संपूर्ण डेटा तक पहुंचने में मदद करते हैं।
चूंकि ये दोनों ऐप्स में छिपे होते हैं, इसलिए यूजर्स को इसकी जानकारी नहीं होती और हैकर्स डिवाइस को एक्सेस कर सकते हैं और डेटा चुरा सकते हैं।
अग्रवाल ने कहा, आरएटी और एनीडेस्क आपके सेलफोन की पूरी गतिविधि हैकर्स को दिखाएंगे। आपके सभी संदेशों को हैकर द्वारा पढ़ा जा सकता है, और पूरी गैलरी और यहां तक कि कॉल रिकॉर्डिग तक भी पहुंच सकता है।
उन्होंने कहा कि किसी को केवल सबसे भरोसेमंद और लोकप्रिय ऐप ही डाउनलोड करना चाहिए और किसी भी संदिग्ध लिंक पर क्लिक नहीं करना चाहिए, यह कहते हुए कि गूगल ने हाल ही में अपने प्ले स्टोर से हजारों संदिग्ध ऐप को भी हटा दिया था।
उन्होंने कहा, यहां तक कि गूगल भी स्पैम ऐप्स का पता नहीं लगा सकता, इसलिए हमें सावधान रहना होगा।
अग्रवाल ने कहा कि हजारों संदिग्ध एप उपलब्ध हैं, लेकिन उन्हें नियंत्रित करने या उनका निरीक्षण करने के लिए कोई समिति नहीं है और उन्होंने जोर देकर कहा कि डेटा संरक्षण अधिनियम समय की जरूरत है।
साइबर विशेषज्ञ वकील ने कहा, यहां तक कि आरबीआई भी उन्हें आसानी से विनियमित नहीं कर सकता। हमें उन्हें नियंत्रण में लाने के लिए एक उचित निकाय की जरूरत है। इससे पहले शीर्ष अदालत ने कहा था कि डेटा उल्लंघन मौलिक अधिकारों का हनन है और हमें डेटा संरक्षण और डेटा गोपनीयता कानून की जरूरत है। सरकार ने बिल पेश किया था, लेकिन बाद में एक विशेषज्ञ समिति की टिप्पणी पर इसे वापस ले लिया गया था।
दिल्ली पुलिस के अनुसार, साइबर अपराधों के प्रकारों में ईमेल धोखाधड़ी, सोशल मीडिया अपराध, मोबाइल एप से संबंधित अपराध, व्यावसायिक ईमेल समझौता, फर्जी कॉल धोखाधड़ी, डेटा चोरी, रैनसमवेयर, नेट बैंकिंग/एटीएम धोखाधड़ी, बीमा धोखाधड़ी, लॉटरी घोटाला, बिटकॉइन, धोखाधड़ी घोटाले और ऑनलाइन लेनदेन धोखाधड़ी शामिल हैं।
दिल्ली पुलिस ने महिलाओं को चेतावनी दी है कि वे किसी ऐसे व्यक्ति से मिलने की कोशिश न करें, जिसके साथ उन्होंने किसी और को साथ लिए बिना केवल ऑनलाइन बातचीत की हो और ऐसी बैठक हमेशा सार्वजनिक स्थान पर होनी चाहिए।
आईएएनएस
एसजीके