दोस्त ने सितंबर में परिजनों को दी थी श्रद्धा के लापता होने की खबर

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पालघर (महाराष्ट्र), 14 नवंबर ()। दिल्ली से युवती की हत्या का सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहां एक शख्स ने लिव-इन पार्टन श्रद्धा वाकर की बेरहमी से हत्या कर दी। श्रद्धा की बचपन के दोस्त ने सितंबर में महाराष्ट्र के पालघर में रह रहे उसके परिवार वालों को उसके लापता होने के बारे में खबर दी थी।

जानकारी के मुताबिक, 29 वर्षीय श्रद्धा की उसके प्रेमी ने हत्या कर दी। आरोपी प्रेमी की पहचान आफताब अमीन पूनावाला के रुप में हुई है। उसने हत्या करने के बाद श्रद्धा के शरीर को लगभग 35 टुकड़ों में काट दिया और उन्हें एक फ्रिज में रख दिया। फिर अगले 18 दिनों में बैग में भरकर शरीर के टुकड़ों को अलग-अलग जगहों पर फेंक दिए।

दिल्ली पुलिस ने आखिरकार आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। वसई कस्बे के मानिकपुर पुलिस थाने के इंस्पेक्टर संपतराव पाटिल के मुताबिक, महिला की आरोपी से 2019 से दोस्ती हुई थी और फिर दोनों प्रेम संबंध में आ गए थे।

पाटिल ने कहा, श्रद्धा वाकर मलाड में एक बीपीओ (कॉल सेंटर) में काम कर रही थीं, जहां वह पूनावाला के संपर्क में आईं। वे दोस्त बन गए और फिर उनका अफेयर हो गया।

बाद में, श्रद्धा, जो उस वक्त वसई पूर्व में एवरशाइन सिटी में रहती थी, ने पूनावाला से शादी करने के लिए अपने परिवार की अनुमति मांगी। लेकिन उसके परिवार वालों ने इस रिश्ते के खिलाफ कड़ी आपत्ति जतायी।

घरवालों से गुस्सा होकर श्रद्धा पास के नायगांव इलाके में पूनावाला के साथ रहने के लिए चली गई।

सब कुछ सामान्य चल रहा था। इस दौरान, जब उसकी मां का निधन हुआ तो वह घर आई और तकरीबन दो हफ्ते तक परिवार वालों के साथ रही और फिर पूनावाला के पास लौट गई।

सितंबर 2022 में लक्ष्मण नादर, जो श्रद्धा के बचपन का दोस्त है। उसने लड़की के भाई को बताया कि वह कुछ महीनों के लिए उसके संपर्क में नहीं है।

यह जानने पर, उसके पिता विकास वाकर ने पूरी जानकारी के लिए नादर को अपने घर बुलाया, जब उसने खुलासा किया कि वह उसके संपर्क में थी, लेकिन पिछले दो-तीन महीनों से उसका फोन बंद आ रहा है और वह पूनावाला के साथ नई दिल्ली में शिफ्ट हुई थी।

इसके बाद परिवार ने श्रद्धा से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। विकास वाकर ने वसईगांव पुलिस स्टेशन को एक आवेदन दिया, जिसने उन्हें मानिकपुर पुलिस स्टेशन जाने का निर्देश दिया।

पाटिल ने कहा, हमने उसके पिता के आवेदन को स्वीकार कर लिया और स्वत: संज्ञान लेते हुए लापता की शिकायत दर्ज की और उसका पता लगाने के लिए एक विशेष टीम का गठन किया।

चूंकि ज्यादा कुछ नहीं था, इसलिए पुलिस ने यह पता लगाने के लिए एक टेक-इंटेल जांच शुरू की, तो पाया कि नादर की जानकारी सही थी और परिवार की आशंका सच साबित हुई।

पाटिल ने कहा, मई से उसका फोन बंद था, वह फेसबुक जैसे सोशल मीडिया पर भी एक्टिव नहीं थी। यहां तक कि उसके बैंक अकाउंट भी एक्टिव नहीं था। हमने पूनावाला को भी बुलाया और उसका पूरा बयान दर्ज किया।

पूनावाला ने पुलिस के सामने स्वीकार किया कि वह और श्रद्धा पिछले कुछ सालों से लिव-इन पार्टनर थे और फिर दिल्ली चले गए, जहां वे छतरपुर इलाके में रहते थे।

पूनावाला के बयान से सहमत नहीं होने पर, वाकर पिछले हफ्ते अपनी बेटी की तलाश में दिल्ली गए और स्थानीय पुलिस से मदद भी मांगी।

दिल्ली पुलिस ने जब पूनावाला से सख्ती से पूछताछ की, तो उसने अपराध कबूल कर लिया। शादी करने के दबाव के कारण कुछ महीने पहले दोनों के रिश्ते में खटास आ गई थी। इस बात से गुस्साया आरोपी पूनावाला ने आखिरकार उसकी हत्या कर दी।

पीके/एएनएम

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Sabal Singh Bhati is CEO and chief editor of Niharika Times
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