चेन्नई, 23 दिसंबर ()। तमिलनाडु के पुलिस महानिदेशक ने स्थानीय पुलिस द्वारा पूछताछ के बाद एक फोन चोरी के संदिग्ध की मौत के मामले को सीबी-सीआईडी को ट्रांसफर कर दिया है। घटना मंगलवार की बताई जा रही है।
पुलिस के मुताबिक, पेरंबूर के रहने वाले दिनेश कुमार पेशे से प्लंबर हैं और अपने दोस्त रामचंद्रन के साथ बस में सफर कर रहे थे। पुलिस के अनुसार, दिनेश ने एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर जे स्टीफन क्लाउडिया का मोबाइल फोन चुराया था। जे स्टीफन के बस से उतरने के बाद उसके एक दोस्त ने उसे बाइक पर लिफ्ट दी।
इसी दौरान इंजीनियर ने देखा कि उसका फोन चोरी हो गया, तो उसने बस का पीछा किया। पास खड़े दिनेश कुमार को स्टीफन ने पहचान लिया। जे स्टीफन ने अन्य यात्रियों के साथ दिनेश कुमार को पकड़ कर थोरायपक्कम पुलिस को सौंप दिया। पूछताछ के दौरान दिनेश ने फोन चोरी करने की बात कबूल कर ली। फिर उसने अपनी पत्नी कौशल्या को एक पुलिसकर्मी के फोन से कर उसे अपने दोस्त रामचंद्रन से संपर्क करने के लिए कहा, जिसके पास फोन था।
फोन पुलिस को सौंप दिया गया और दो घंटे के बाद दिनेश कुमार को पुलिस हिरासत से रिहा कर दिया गया। घर पहुंचने के बाद दिनेश को चक्कर आने की शिकायत हुई तो उन्हें अस्पताल लेकर जाया गया जहां डॉक्टर ने उसकी जांच की और उसे आराम करने को कहा। हालांकि, बाद में शाम को दिनेश ने बेचैनी की शिकायत की और उन्हें अस्पताल ले जाया गया जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।
दिनेश कुमार के मां, पत्नी और उनके भाइयों ने दावा किया कि मृतक को थाने में प्रताड़ित किया गया और पुलिस की प्रताड़ना के कारण उसकी मौत हुई है। दिनेश के भाई सेंथिल कुमार ने तिरु वि का नगर पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज करवाई। पुलिस ने सीआरपीसी की धारा 176-(1-ए) के तहत केस दर्ज किया और मामले में एक मजिस्ट्रियल जांच का आदेश दिया गया है। कथित पुलिस यातना के कारण तमिलनाडु में ऐसी कई मौतें हुई हैं।
एफजेड/एएनएम