जोधपुर। राजस्थान के जोधपुर जिले के बोरानाडा थाना क्षेत्र में दो दिन से गायब दो बच्चों के शव रविवार को फंदे से लटके हुए बरामद हुए। यह शव 70 वर्षीय संदिग्ध आरोपी श्यामसिंह भाटी के घर से मिले। पुलिस इस मामले को अपहरण और हत्या के दृष्टिकोण से जांच रही है। बच्चों के शवों को मोर्चरी में भेज दिया गया है।
जोधपुर एफएसएल टीम की जांच जारी
घटना की गंभीरता को देखते हुए मौके पर एफएसएल (फॉरेंसिक साइंस लैब) की टीम को बुलाया गया। प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि यह हत्या फैक्ट्री में काम करने वाले वर्किंग पार्टनर और मालिक के बीच लेन-देन के विवाद का परिणाम हो सकती है।
आरोपी ने बच्चों को घर से ले जाने का दिया था आश्वासन
थानाधिकारी शकील अहमद ने बताया कि आरोपी श्यामसिंह भाटी जोधपुर के फलोदी का निवासी है और लंबे समय से अपने परिवार से अलग रह रहा था। मृतक बच्चों के पिता प्रदीप पाल और आरोपी एक फैक्ट्री में काम करते थे। कुछ दिन पहले आरोपी ने प्रदीप पाल के 13 वर्षीय बेटी तमन्ना और 8 वर्षीय बेटे शिवपाल को घर से ले जाने की बात कही। उसने वादा किया कि वह कुछ समय बाद बच्चों को वापस घर छोड़ देगा।
हालांकि, बच्चों को वापस नहीं लाने पर परिजनों ने शनिवार शाम थाने में शिकायत दर्ज करवाई। रविवार सुबह पुलिस ने आरोपी के घर की तलाशी ली और बच्चों के शव फंदे से लटके हुए पाए।
लेन-देन के विवाद से जुड़ा मामला
जांच में पता चला है कि श्यामसिंह और प्रदीप के बीच फैक्ट्री के काम के दौरान लेन-देन को लेकर विवाद हुआ था। इस विवाद के बाद प्रदीप ने श्यामसिंह की फैक्ट्री जाना बंद कर दिया, जिससे श्यामसिंह का काम प्रभावित हुआ। नाराजगी के बावजूद उसने अपनी असंतोषजनक स्थिति नहीं जताई, लेकिन बच्चों को लेकर गया और यह दर्दनाक घटना घटित हो गई।
आरोपी की तलाश जारी
पुलिस ने पुष्टि की है कि आरोपी श्यामसिंह भाटी अभी फरार है। उसकी तलाश के लिए टीम गठित कर दी गई है। थानाधिकारी ने बताया कि यह मामला आर्थिक विवाद से जुड़ा हो सकता है। उन्होंने कहा, “हम हर एंगल से जांच कर रहे हैं और जल्द ही आरोपी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।”
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