कोटा संभाग में बाढ़ की स्थिति, सवाई माधोपुर में नाव डूबी, एक की मौत

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जयपुर। प्रदेश में फिर से सक्रिय हुए मानसून के कारण भारी बारिश का दौर जारी है। राजस्थान में तेज बारिश से कोटा, बूंदी, सवाई माधोपुर, बारां में हालात बिगड़ गए हैं। इन जिलों में 3 से लेकर 13 इंच तक बारिश हुई, जिससे बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई है। कोटा के दीगोद में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में सेना तैनात की गई है। कोटा में भारी बारिश के कारण सड़कों की स्थिति खराब हो गई है। कोटा के सुल्तानपुर कस्बे में मेदपुरा और तलाई मोहल्ले में कई कच्चे मकान गिर गए। कोटा बैराज के शुक्रवार सुबह 5 बजे 3 गेट खोले गए।

बाढ़ की स्थिति का जायजा लेने के लिए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और ऊर्जा राज्य मंत्री हीरालाल नागर भी मौके पर पहुंचे। सवाई माधोपुर में भी भारी बारिश से बाढ़ जैसे हालात बने हैं। रेलवे स्टेशन पर पटरियां पानी में डूब गई हैं और यहां 5 ट्रेन प्रभावित हुई हैं। सूरवाल बांध में एक नाव डूब गई, जिसमें 8 लोग सवार थे, जिनमें से 7 को बचा लिया गया और एक की मौत हो गई। कुशाली दर्रा के पास पानी की तेज आवक में एक कार बह गई, जिसमें सवार 3 लोगों की मौत हो गई है। सवाई माधोपुर में लगभग 250 घर जलमग्न हो गए हैं। नेशनल हाईवे-552 पर तेज बारिश के कारण पुलिया टूट गई।

बूंदी के कई गांवों का जिला मुख्यालय से संपर्क कट गया है। बूंदी के नैनवा में लगभग 14 इंच बारिश दर्ज की गई है। भारी बारिश के चलते सात जिलों टोंक, बारां, सवाईमाधोपुर, झालावाड़, कोटा, बूंदी और चित्तौड़गढ़ में शनिवार को स्कूलों की छुट्टी घोषित की गई है। भीलवाड़ा के बिजौलिया में भी 6 इंच तक बारिश हुई है, जिससे पंचानपुरा बांध ओवरफ्लो हो गया है। एरू नदी उफान पर आ गई है। राजधानी जयपुर में भी शुक्रवार को दोपहर में जमकर बारिश हुई। यहां विभिन्न इलाकों में करीब डेढ़ इंच तक बारिश हुई। वहीं बीसलपुर बांध के कैचमेंट एरिया में बारिश होने से बांध के दो गेट खोलकर 18030 क्यूसेक पानी की निकासी की जा रही है।

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