बरसात में कैनवास की देखभाल कैसे करें

Tina Chouhan

जयपुर। बरसात का मौसम आम जनजीवन में राहत और ठंडक लाता है, लेकिन कलाकारों के लिए यह कई चुनौतियां भी खड़ी करता है। खासतौर पर कैनवास पेंटिंग्स के लिए नमी और फंगस का खतरा सबसे बड़ा दुश्मन बन जाता है। आर्ट एक्सपर्ट्स का कहना है कि सही देखभाल न होने पर पेंटिंग्स कुछ ही दिनों में खराब हो सकती हैं और कलाकारों की मेहनत व आर्थिक नुकसान दोनों पर असर डालती हैं। बरसात जहां कलाकारों को नए विचार और रचनात्मकता देती है, वहीं यही मौसम कैनवास और ऑइल पेंटिंग्स को तेजी से खराब भी कर सकता है।

कई आर्ट गैलरियों ने अब मोइश्चर-प्रूफ डिस्प्ले रूम का प्रयोग शुरू किया है। कुछ कलाकार बरसात में ऑइल पेंटिंग से परहेज करते हैं, क्योंकि इसमें फंगस और नमी का खतरा ज्यादा रहता है। कैनवास का सबसे बड़ा दुश्मन-फंगस कलाकारों का मानना है कि मानसून में हवा की नमी सबसे पहले कैनवास के किनारों और पीछे हिस्से को प्रभावित करती है। धीरे-धीरे फंगस पूरी सतह पर फैल जाता है और पेंट की परत टूटने लगती है। लकड़ी के फ्रेम भी नमी से टेढ़े हो जाते हैं, जिससे पेंटिंग का संतुलन बिगड़ता है। कई बार तो पूरी कलाकृति नष्ट हो जाती है।

बरसात के मौसम में पेंटिंग को सीलन और फंगस से बचाने के लिए दीवार से हटाकर समय-समय पर जांचते रहें। नमी से कैनवस और लकड़ी खराब हो सकती है, इसलिए फंगस दिखने पर पेंटिंग को धूप में रखकर साफ करें। नियमित देखभाल से पेंटिंग लंबे समय तक सुरक्षित रहती है।-लाखन जाट (सीनियर आर्टिस्ट)

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