बीकानेर। युद्ध परिस्थितियों में भारतीय सेना की युद्ध क्षमता, समन्वय और परिचालन तैयारियों का परीक्षण करने के लिए राजस्थान के बीकानेर स्थित थार मरुस्थल के महाजन फील्ड फायरिंग रेंज में सप्त शक्ति कमान ने ‘अमोघ फ्यूरी’ नामक इंटीग्रेटेड फायर पावर एक्सरसाइज की। इसमें युद्धक टैंक, इन्फैंट्री कॉम्बैट वाहन, लड़ाकू हेलीकॉप्टर, लंबी दूरी की क्षमता वाले आर्टिलरी सिस्टम्स, ड्रोन और अत्याधुनिक हथियार प्रणालियां शामिल रहीं। उच्च तीव्रता वाले फायर पावर एक्सरसाइज में विभिन्न फायरिंग प्लेटफार्म के बीच बेहतरीन समन्वय और तालमेल प्रदर्शित किया गया।
रक्षा प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल निखिल धवन ने बताया कि भारतीय सेना ने बहु-क्षेत्रीय युद्ध परिदृश्य में अपनी तत्परता दिखाते सैनिकों की त्वरित तैनाती, आक्रामक जमीनी कार्रवाई और संयुक्त युद्ध अभियानों का प्रदर्शन किया। उन्होंने बताया कि ‘अमोघ फ्यूरी’ का उद्देश्य वास्तविक युद्ध परिस्थितियों में सेना की युद्ध क्षमता, समन्वय और परिचालन तैयारियों का परीक्षण करना था। अभ्यास के दौरान नेटवर्क आधारित संचार, कमान एवं नियंत्रण संरचना और वास्तविक समय निगरानी और लक्ष्य साधन प्रणालियों का प्रयोग कर साझा परिचालन चित्रण (कॉमन ऑपरेटिंग पिक्चर) तैयार किया गया।
लेफ्टिनेंट कर्नल धवन ने बताया कि इन क्षमताओं के परीक्षण से आधुनिक युद्धक्षेत्र में उभरते खतरों का प्रभावी रूप से सामना करने की क्षमता और अधिक सुदृढ़ हुई। ‘अमोघ फ्यूरी’ भारतीय सेना की संयुक्तता, तकनीकी एकीकरण और बहु-क्षेत्रीय युद्ध परिदृश्यों में उच्च स्तरीय ऑपरेशनल रेडीनेस का सशक्त प्रमाण है।