राजस्थान विधानसभा का मानसून सत्र एक सितंबर से शुरू होगा

जयपुर। राजस्थान विधानसभा का मानसून सत्र एक सितम्बर से शुरू होने जा रहा है। इसमें बीते बजट सत्र में लंबित कर प्रवर समिति को संशोधन के लिए भेजे गए कोचिंग सेंटर नियंत्रण और विनियमन विधेयक-2025, राजस्थान भूजल संरक्षण और प्रबन्धन प्राधिकरण विधेयक-2024 और भू राजस्व संशोधन एवं विधि मान्यकरण विधेयक-2025 बिल को इस बार सदन में पारित करा दिया जाएगा। जानकारी के अनुसार प्रवर समितियां ने तीनों बिलों पर अपनी अंतिम रिपोर्ट लगभग तैयार कर ली है। संभवत: आज या कल में इसे विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी को सौंपा जाएगा।

इसके साथ ही प्रदेश में धर्म बदलने से पहले कानूनी प्रक्रिया से गुजरने के लिए धर्मान्तरण विरोध विधेयक राजस्थान विधि निरूद्ध धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध विधेयक-2025 भी सदन में पारित होगा। बजट सत्र में इस बिल को सदन में रख दिया गया था, लेकिन चर्चा नहीं हुई थी। इस बार इसे चर्चा के बाद पारित किया जाएगा। बिल में जबरन, प्रलोभन, धोखे से धर्म परिवर्तन, लव जिहाद और जबरन धर्मान्तरण पर 3-10 साल की सजा और 50 हजार रूपए तक के जुर्माने का प्रावधान किया गया है।

स्वेच्छा से धर्म परिवर्तन से पूर्व 60 दिन पहले जिला कलक्टर को सूचना देने की बाध्यता भी इसमें शामिल है। इसके अलावा अन्य पांच और नए बिल सरकार सदन में पारित करा सकती है। विधायक जयकृष्ण पर सदाचार कमेटी रिपोर्ट सौंपेगी। बागीदौरा के बीएपी विधायक जयकृष्ण पटेल को सवाल के बदले रिश्वत मामले में गिरफ्तारी के बाद विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने उनके मामले में बगरू विधायक कैलाश वर्मा की अध्यक्षता में सदाचार समिति गठित की थी। कमेटी ने अपनी फाइनल रिपोर्ट तैयार कर ली है।

चर्चा है कि कमेटी उनकी विधानसभा सदस्यता मामले में कोर्ट का फैसला आने तक निलंबित करने की अनुशंसा देवनानी से करेगी। हालांकि इसका फैसला सदन में होगा। विधानसभा में सर्वदलीय बैठक आज। सदन आहूत होने से पहले देवनानी ने गुरुवार को सदन के प्रात: 11 बजे विधानसभा में सर्वदलीय बैठक बुलाई है। जिसमें सीएम भजनलाल शर्मा, नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली, संसदीय कार्यमंत्री जोगाराम पटेल सहित अन्य दलों के प्रतिनिधि मौजूद रहेंगे। सदन को शांतिपूर्ण चलाने, अनुशासन में मुद्दे उठाने सहित सत्ता-प्रतिपक्ष में समन्वय बनाने को लेकर चर्चा होगी।

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