राजसमंद में राज्य सरकार द्वारा आयोजित ग्राम सेवा शिविर में राजस्व विभाग ने भगवान लाल पारी बाई को 5 जनवरी 1975 को गैर खातेदारी भूमि आवंटित की थी। आज 50 वर्षों के बाद पटवारी राज्यावास रोहित पालीवाल ने मूल पत्रावली पेश की, जिसके आधार पर तहसीलदार ने खातेदारी का नामांतरण दर्ज करने का आदेश दिया।