राजसमंद में बुढ़ापे का कोई ठिकाना नहीं है। आजकल युवा भी समय से पहले ही अपना शरीर छोड़ रहे हैं। यदि आपको प्रभु में मन लगाना है और भजन करना है, तो बुढ़ापे का इंतजार न करें। अपने कर्मों के साथ भजन और पूजन करते रहें।

राजसमंद में बुढ़ापे का कोई ठिकाना नहीं है। आजकल युवा भी समय से पहले ही अपना शरीर छोड़ रहे हैं। यदि आपको प्रभु में मन लगाना है और भजन करना है, तो बुढ़ापे का इंतजार न करें। अपने कर्मों के साथ भजन और पूजन करते रहें।