जयपुर में बिहार की लोक कलाओं की अद्भुत प्रदर्शनी

जयपुर। आरआईसी में मंगलवार को लोक कला प्रदर्शनी ‘वैदेही सीता: द डॉटर ऑफ बिहार’ का उद्घाटन हुआ। यह प्रदर्शनी 30 सितम्बर तक प्रतिदिन प्रात: 11 बजे से शाम 7 बजे तक खुली रहेगी। इसमें बिहार की समृद्ध लोककलाओं जैसे मधुबनी, सुजनी, मंजूषा, टिकुली और एप्लीक (कशीदाकारी) के माध्यम से सीता को देवी स्वरूप के साथ-साथ एक स्त्री, पुत्री, सखी और पत्नी के रूप में प्रस्तुत किया गया है। प्रदर्शनी की थीम गरिमा और स्त्री को शक्तिसम्पन्न बनाने पर केंद्रित है।

इसमें करीब 35 प्रख्यात लोक कलाकारों की कृतियां प्रदर्शित की गई हैं, जिनमें 4 पद्मश्री से सम्मानित कलाकारों सहित राष्ट्रीय एवं राज्य पुरस्कार प्राप्त कलाकार भी शामिल हैं। कलाकृतियों में जटायु युद्ध, राम-सीता दरबार, अशोक वाटिका में हनुमान-सीता भेंट, सीता अपहरण और अयोध्या दीपोत्सव जैसे प्रसंगों को पारंपरिक शैली में बारीकी से उकेरा गया है। विशेष आकर्षण में एप्लीक कला की जटायु युद्ध कृति शामिल है, जिसे राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता कमला देवी ने निर्मित किया है। इसमें रावण द्वारा सीता हरण और जटायु के साहसिक संघर्ष को दर्शाया गया है।

वहीं, मिथिला पेंटिंग में राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता विभा लाल की चित्रकला में मग्न सीता कृति दर्शकों को जोड़ती है, जिसमें सीता अपनी सहेलियों संग वृक्ष तले चित्रकारी करती दिखाई गई हैं।

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