जयपुर। राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान, जयपुर के शरीर रचना विभाग एवं रस शास्त्र विभाग में छह दिवसीय सीएमई कार्यक्रम का समापन शनिवार को हुआ। इसमें देशभर के विशेषज्ञों और शिक्षकों ने भाग लिया और आयुर्वेद चिकित्सा एवं आहार से जुड़े विविध पहलुओं पर विस्तार से चर्चा की। शरीर रचना विभाग द्वारा आयोजित सीएमई कार्यक्रम में रचना शरीर विषय पर अध्यापकों के लिए प्रशिक्षण दिया गया। विभागाध्यक्ष प्रो. सुनील कुमार यादव ने बताया कि इस कार्यक्रम में देश के विभिन्न प्रतिष्ठित संस्थानों से आए 15 विषय विशेषज्ञों ने भाग लिया। प्रमुख वक्ताओं में एम्स दिल्ली की डॉ.
अरुंधति शर्मा ने आनुवांशिकी विकारों पर, एम्स जोधपुर के डॉ. दुष्यंत अग्रवाल ने मेडिकल म्यूजियम डेवलपमेंट के लिए प्लास्टिनेशन तकनीक पर व्याख्यान दिया। गोमांतक आयुर्वेदिक कॉलेज गोवा के प्रिंसिपल डॉ. नीलेश कोर्डे ने त्वचा विकारों पर जानकारी साझा की। देहदान, कैडेवरिक डिसेक्शन, रिसर्च की नवीन तकनीक और प्लास्टिनेशन जैसे आधुनिक शैक्षणिक विषयों पर भी आयोजित सत्रों में विशेषज्ञ द्वारा जानकारी दी गई।
