जयपुर। प्रदेश कांग्रेस ने राज्य सरकार पर आरोप लगाया है कि प्रदेश में शिक्षा के नाम पर केवल जुमलेबाजी की जा रही है। नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने इस मुद्दे पर सरकार पर हमला बोला है। कांग्रेस का कहना है कि भाजपा राज में प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था का बंटाधार होता जा रहा है। युवाओं के सपने महज़ जुमलों और झूठ से दबाए जा रहे हैं। लोकलुभावन घोषणाओं के दम पर सत्ता में आई भाजपा सरकार अब अपनी ही घोषणाओं को लागू करने में असफल साबित हो रही है।
2024 के बजट घोषणाओं में विधायकों की मांग पर कॉलेजों में एमबीए-एमसीए के कोर्स शुरू करने की बात की गई थी, लेकिन यहां भी सरकार ने युवाओं के सपनों को कुचलने का काम किया है। हैरानी की बात यह है कि विभाग ने वार्षिक रिपोर्ट में जयपुर-जोधपुर में संभाग स्तर पर 9 कॉलेज शुरू करने का दावा किया, जबकि हकीकत यह है कि घोषणा के एक साल बाद भी 1 भी कॉलेज में कोर्स शुरू नहीं किए जा सके हैं।
कॉलेजों में इन कोर्स को शुरू करने के लिए अलग बिल्डिंग, नियमित शिक्षक, स्मार्ट क्लास रूम और हाईटेक लैब जैसी सुविधाएं चाहिए, लेकिन उच्च शिक्षा विभाग ने इनके बिना ही कागजों में इसे शुरू करना दिखा दिया। यह न केवल युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ है, बल्कि शिक्षा के प्रति सरकार की उदासीनता को भी उजागर करता है। सरकार शिक्षा के नाम पर केवल जुमले देती है और वास्तव में प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था को गर्त में धकेलने का काम कर रही है।
नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा है कि राजस्थान की शिक्षा व्यवस्था अब इतनी गिर चुकी है कि बच्चे कहते हैं सर, कॉलेज दिखाओ। सरकार जवाब देती है कि कागज़ पर देख लो, हमारी तरफ से तो वही कॉलेज है।


