जयपुर। कफ सिरप से बच्चों की कथित मौत के मामले में रविवार को कांग्रेस ने पैदल मार्च निकाला और स्वास्थ्य भवन का घेराव किया, साथ ही सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। पूर्व मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास के नेतृत्व में कांग्रेस ने सिविल लाइन से स्वास्थ्य भवन तक मार्च निकालकर विरोध जताया। इस मार्च में विधायक अमीन कागजी, रफीक खान, पूर्व विधायक गंगा देवी, कांग्रेस नेता पुष्पेंद्र भारद्वाज सहित कार्यकर्ता शामिल हुए। सभी कार्यकर्ता सिविल लाइंस से 22 गोदाम पुलिया, सहकार मार्ग होते हुए स्वास्थ्य भवन पहुंचे और सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की।
स्वास्थ्य भवन पहुंचने के बाद कांग्रेस कार्यकर्ता नेताओं के साथ सड़क पर धरने पर बैठ गए और सरकार को चेतावनी दी कि यदि मामले की निष्पक्ष जांच नहीं कराई गई, तो वे मुख्यमंत्री आवास का घेराव करेंगे। खाचरियावास ने मीडिया से बातचीत में आरोप लगाया कि प्रदेश में नकली दवा का कारोबार पिछले 2 सालों से चल रहा है। पहले सरकार ने कहा था कि नकली दवा के कारण मौत हुई है और कंपनी गलत है, एक ड्रग कंट्रोलर को सस्पेंड कर दिया गया, लेकिन अब सरकार कह रही है कि दवा से कोई मौत नहीं हुई है।
उन्होंने कहा कि पहले इस सरकार में भू माफिया और खनन माफिया सक्रिय थे, लेकिन अब दवा माफिया भी सक्रिय हो गए हैं। यदि मामले की निष्पक्ष जांच नहीं हुई, तो हम सीएम आवास का घेराव करेंगे। पूर्व मंत्री ने कहा कि सरकार ने अचानक अपना बयान बदला है, पहले कहा गया कि कंपनी जिम्मेदार है, अब कहा जा रहा है कि कोई जिम्मेदार नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि हम मंत्रियों और मुख्यमंत्री को गांव में घुसने नहीं देंगे, क्योंकि लोग अब सरकारी दवा लेने से डर रहे हैं।

