चूरू। सांखू फोर्ट सड़क हादसे में शनिवार को पति-पत्नी की मौत से गांव सहम उठा। रविवार को जब सुरेश कुमार और उनकी पत्नी निर्मला देवी को घर से अंतिम विदाई दी गई तो पुत्र और परिजन बिलख उठे। वहीं, अंतिम यात्रा में शामिल लोग भी भावुक हो गए। सुबह हुआ था हादसा। इससे पहले हमीरवास पुलिस ने मामला दर्ज कर पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंपे। हमीरवास थानाधिकारी जयकुमार भादू के अनुसार, दंपती के पुत्र अभिषेक ने रिपोर्ट में बताया कि वे परिवार सहित मुंबई में रहकर कारोबार करते हैं।
चार महीने पहले उनके पिता सुरेश कुमार जांगिड़ और मां निर्मला देवी गांव में ईंट-भट्ठा कारोबार के संबंध में आए थे। माता-पिता सुबह घूमने के लिए जाते थे। शनिवार सुबह हर रोज की तरह छह बजे माता-पिता और साथ में परिवार के तेजपाल व मोहरसिंह सांखू से मलसीसर सड़क पर घूमने गए थे। इस दौरान भालचंद मेघवाल के घर के सामने पहुंचे तो पीछे से एक गाड़ी ने माता-पिता को टक्कर मार दी, जिससे वे गंभीर रूप से घायल हो गए। उसी समय पीछे-पीछे चल रहे मोहरसिंह व तेजपाल ने उन्हें संभाला और स्थानीय अस्पताल में लेकर पहुंचे।
पुत्र ने बताया कि मां को मृत घोषित कर दिया गया, वहीं पिता ने सीकर में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। दंपती की एक साथ उठी अर्थी। सड़क हादसे में पति और पत्नी की मौत के बाद गांव का माहौल गमगीन हो गया। रविवार को दोनों की जब एक साथ अर्थी उठी तो पुत्र बिलख उठा। परिजन खुद को संभाल नहीं पा रहे थे। गांव के लोग भी रो पड़े। कस्बे में गमगीन माहौल में दंपती का अंतिम संस्कार किया गया। अंतिम संस्कार में कस्बे सहित आसपास के गांवों के लोग बड़ी संख्या में शामिल हुए।

