नई दिल्ली। सीपी राधाकृष्णन ने शुक्रवार को उपराष्ट्रपति पद की शपथ ली। वे देश के 15वें उपराष्ट्रपति बन गए हैं। शुक्रवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सीपी राधाकृष्णन को राष्ट्रपति भवन में आयोजित समारोह में पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा सहित मंत्रिमंडल के सदस्य मौजूद थे। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू एवं एनडीए के घटक दलों के नेता भी शपथ ग्रहण समारोह में मौजूद थे। पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ भी समारोह में उपस्थित थे।
धनखड़ के स्वास्थ्य कारणों से इस्तीफा देने के बाद 9 सितम्बर को उप राष्ट्रपति का चुनाव कराया गया था। इस चुनाव में केंद्र में सत्तारूढ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के उम्मीदावार रहे राधाकृष्णन निर्वाचित घोषित किये गये थे। उन्होंने विपक्ष के उम्मीदवार बी सुदर्शन रेड्डी को 152 मतों के बड़े अंतर से हराया। राधाकृष्णन अब तक महाराष्ट्र के राज्यपाल थे। चार मई, 1957 को तमिलनाडु के तिरुप्पुर में जन्मे राधाकृष्णन बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में स्नातक हैं।
उन्होंने अपना सार्वजनिक जीवन राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) के स्वयंसेवक के रूप में शुरू किया और अब वह देश के उप राष्ट्रपति चुने गये हैं। राधाकृष्णन ने सार्वजनिक जीवन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के स्वयंसेवक के रूप में शुरू किया और सन 1974 में भारतीय जनसंघ की राज्य कार्यकारिणी के सदस्य बने। उन्हें 1996 में तमिलनाडु में भारतीय जनता पार्टी का सचिव नियुक्त किया गया। वे 1998 में कोयंबटूर से पहली बार लोकसभा के लिए चुने गए। वर्ष 1999 में वे पुन: लोकसभा के लिए चुने गए।
सांसद के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान, उन्होंने कपड़ा संबंधी संसदीय स्थायी समिति के अध्यक्ष के रूप में कार्य किया। वह सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों (पीएसयू) संबंधी संसदीय समिति और वित्त संबंधी परामर्शदात्री समिति के भी सदस्य रहे। वह स्टॉक एक्सचेंज घोटाले की जांच करने वाली संसदीय विशेष समिति के सदस्य भी थे। राधाकृष्णन ने 2004 में, संसदीय प्रतिनिधिमंडल के सदस्य के रूप में संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित किया। वह भारत से ताइवान गए पहले संसदीय प्रतिनिधिमंडल के सदस्य भी थे। उन्होंने 31 जुलाई 2024 को महाराष्ट्र के राज्यपाल के रूप में शपथ ली।
झारखंड के राज्यपाल के रूप में उन्होंने करीब लगभग डेढ़ वर्ष तक कार्य किया। उन्होंने तेलंगाना के राज्यपाल और पुडुचेरी के उपराज्यपाल का कार्यभार भी संभाला। राधाकृष्णन अपने कॉलेज के दिनों में टेबल टेनिस में कॉलेज चैंपियन और लंबी दूरी के धावक थे। उन्हें क्रिकेट और वॉलीबॉल का भी शौक था। राधाकृष्णन ने अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी, इटली, सहित कई देशों की यात्रा की है।

