नई दिल्ली। उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए मंगलवार को मतदान संपन्न हुआ, जिसमें राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन और विपक्ष के उम्मीदवार बी सुदर्शन रेड्डी के बीच सीधा मुकाबला था। सुबह 10 बजे मतदान शुरू हुआ और शाम पांच बजे तक चला। शाम छह बजे से मतगणना शुरू हुई। सीपी राधाकृष्णन को भारत का अगला उपराष्ट्रपति चुना गया है। राज्यसभा महासचिव पीसी मोदी ने घोषणा की कि एनडीए उम्मीदवार और महाराष्ट्र के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन को 452 मत मिले हैं। उन्हें भारत के उपराष्ट्रपति के रूप में चुना गया है।
विपक्ष के उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार न्यायमूर्ति रेड्डी को 300 मत प्राप्त हुए हैं। बता दें कि सीपी राधाकृष्णन महाराष्ट्र के राज्यपाल रह चुके हैं। वे इसके साथ ही झारखंड और तेलंगाना में भी अहम जिम्मेदारी निभा चुके हैं। एनडीए उम्मीदवार राधाकृष्णन के अब तक के करियर को देखें तो वे दक्षिण भारत में भाजपा को मजबूत करने के लिए काफी कर चुके हैं। वे तमिलनाडु भाजपा के अध्यक्ष भी कर चुके हैं। राधाकृष्णन 1998 और 1999 में कोयंबटूर से भाजपा के टिकट पर लोकसभा चुनाव भी जीते।
वे महज 16 साल की उम्र में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़ गए थे। उन्हें 1974 में भारतीय जनसंघ की राज्य कार्यकारिणी समिति का सदस्य बनने का भी मौका मिला था। राधाकृष्णन का मुकाबला बी सुदर्शन रेड्डी से था। सुदर्शन रेड्डी तेलंगाना से हैं और हाईकोर्ट में जज रह चुके हैं। सुदर्शन रेड्डी आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट, गुवाहाटी हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में जज के पद पर रह चुके हैं। उन्होंने 2007 में सुप्रीम कोर्ट का न्यायाधीश नियुक्त किया गया था। वे गोवा के पहले लोकायुक्त रह चुके हैं, हालांकि उन्होंने सात महीनों बाद इस्तीफा भी दे दिया था।
अगर आंकड़ों की बात करें तो इस समय राज्यसभा में 238 और लोकसभा में 542 सांसद हैं। जीत के लिए 391 सांसदों का समर्थन जरूरी था। बता दें कि जगदीप धनखड़ के इस्तीफे के बाद उपराष्ट्रपति का पद खाली हो गया था।

