अजमेर। अजमेर सरस डेयरी समेत प्रदेश भर के डेयरी संघों को विद्यालयों में मिड डे मील के तहत सप्लाई किए गए दूध पाउडर के लगभग 360 करोड़ रुपये की राशि बकाया होने के कारण आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा है। किसानों और दुग्ध उत्पादकों को समय पर पैसे नहीं मिलने से दूध की आवक पर भी असर पड़ रहा है। अजमेर डेयरी पर 49 करोड़ रुपये की राशि सरकार पर बकाया है।
चौधरी ने बताया कि सरस डेयरी ने आंगनबाड़ियों में मुख्यमंत्री अमृताहार योजना के तहत दूध सप्लाई किया था, जिसकी लगभग 8 करोड़ 37 लाख रुपये की राशि बकाया है।
इसी प्रकार, जिला शिक्षा अधिकारियों के माध्यम से मिड डे मील योजना के तहत सप्लाई किए गए दूध पाउडर के लिए अजमेर में 4 करोड़ 37 लाख, ब्यावर में 3 करोड़ 45 लाख, चित्तौड़गढ़ में 1 लाख 94 हजार, डीडवाना कुचामन में 8 करोड़ 21 लाख, कोटा में 14 लाख 31 हजार, नागौर में 14 लाख 96 हजार, पाली में 3.5 करोड़, टोंक में 30 हजार और उदयपुर में 21.31 करोड़ रुपये की राशि बकाया है।
अजमेर सरस डेयरी के अध्यक्ष रामचंद्र चौधरी के अनुसार, राज्य सरकार की ओर से मिड डे मील के तहत दूध पाउडर सप्लाई करने के लिए अजमेर डेयरी ने अन्य दुग्ध संघों से पाउडर की खरीददारी की थी। राज्य सरकार द्वारा समय पर भुगतान नहीं करने के कारण डेयरी को एसबीआई बैंक से लोन लेकर दूध उत्पादकों को भुगतान करना पड़ रहा है, जिसके लिए अब तक 5 करोड़ रुपये ब्याज चुकाने पड़े हैं।

