डांगरी गांव के किसान खेतसिंह की हत्या के बाद दो दिन तक उबाल झेल चुके इलाके में शुक्रवार सुबह हालात काबू में आए। प्रशासन और ग्रामीणों के बीच सहमति बनने के बाद खेतसिंह का शव गांव लाया गया। भारी पुलिस सुरक्षा के बीच परिजनों और ग्रामीणों की मौजूदगी में अंतिम संस्कार संपन्न हुआ। गांव में तनाव की जगह अब सन्नाटा और पुलिस की सख्त निगरानी ने ले ली। इससे पूर्व गुरुवार रात हुई वार्ता में ग्रामीणों और प्रशासन के बीच सहमति बनी। परिवार को आर्थिक सहायता और एक सदस्य को संविदा नौकरी देने पर सहमति हुई।
गिरफ्तार किए गए निर्दोष प्रदर्शनकारियों को छोड़ने और आरोपियों के अवैध अतिक्रमण हटाने पर भी निर्णय हुआ। समझौते के बाद ग्रामीणों ने धरना समाप्त कर शव उठाने पर सहमति दी।


