जयपुर। ओवरी से छानी नगरी तक सड़क निर्माण को लेकर वन विभाग की एनओसी पर मंगलवार को विधानसभा में विधायक शंकरलाल और वन मंत्री संजय शर्मा के बीच बहस हुई। प्रश्नकाल में यह मुद्दा उठाया गया। वन मंत्री संजय शर्मा ने विधायक के मुद्दे पर कहा कि सार्वजनिक निर्माण विभाग की उदासीनता के कारण प्रस्ताव खारिज हुआ। उन्होंने बताया कि पीडब्ल्यूडी से प्रस्ताव बनाकर फिर भेजा गया, ताकि इसे लिस्टेड किया जा सके और केंद्र को भेजा जा सके, जिससे सड़क को लेकर कोई निर्णय लिया जा सके।
विधायक शंकरलाल ने कहा कि यह आदिवासियों का धाम है और 35 किलोमीटर की दूरी पड़ती है, जबकि सड़क बन जाने पर यह दूरी साढ़े तीन चार किलोमीटर रह जाएगी। ऐसे में सरकार को इस सड़क का निर्माण कराना चाहिए। जवाब में वन एवं पर्यावरण मंत्री संजय शर्मा ने कहा कि पीडब्ल्यूडी विभाग ने 90 दिन के भीतर प्रस्ताव की टिप्पणी अपलोड नहीं की, जिसके कारण यह प्रस्ताव लिस्टेड नहीं हो पाया। अब यदि पीडब्ल्यूडी विभाग फिर से प्रस्ताव तैयार कर भेजता है, तो केंद्र सरकार के स्तर पर यह संभव हो सकता है।

