नोहर। कस्बे के कली भट्टा क्षेत्र में एक कथित धर्मांतरण रैकेट का भंडाफोड़ हुआ है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर मौके से धर्मांतरण से संबंधित साहित्य और सामग्री बरामद की है। मुख्य आरोपी बशीर को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस ने बशीर, विनोद पादरी, बाला पत्नी राकेश और जसपाल परमार के खिलाफ धार्मिक भावनाओं को आहत करने, प्रलोभन देने, मारपीट, गाली-गलौज और जान से मारने की धमकी देने की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया है।
कली भट्टा क्षेत्र निवासी उषा स्वामी पत्नी संजय स्वामी ने थानाधिकारी को दिए गए प्रार्थना पत्र में आरोप लगाया है कि आरोपी उन्हें और आस-पड़ोस की अन्य महिलाओं को ईसाई धर्म अपनाने के लिए प्रेरित कर रहे थे और इसके लिए हर माह 10 हजार रुपए का आर्थिक प्रलोभन दे रहे थे। स्थानीय लोगों ने कार्रवाई की मांग की थी। पुलिस के अनुसार हिंदू मातृशक्ति ने एकजुट होकर मामले में कार्रवाई की मांग की थी। इस पर मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है।
आरोपी बशीर के ठिकाने पर छापा मारकर धर्मांतरण से जुड़ी कई किताबें और अन्य सामग्री बरामद की गई हैं। जल्द ही अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा। सूरजपुरा में धर्मांतरण के मामले में भी एफआईआर दर्ज की गई है। पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और मौके से ईसाई धर्म से संबंधित किताबें भी बरामद की हैं। यह कार्रवाई सूरजपुरा गांव निवासी विजय की शिकायत पर की गई। शिकायतकर्ता ने बताया है कि सूरजपुरा गांव का रतन सिंह हर रविवार को अपने घर पर धर्मांतरण के लिए बैठक आयोजित करता है।
28 सितंबर को दोपहर करीब 12 बजे उन्हें सूचना मिली कि रतन सिंह के घर पर धर्मांतरण की बैठक चल रही है। मौके पर पहुंचने पर उन्होंने देखा कि लगभग 100 महिला, पुरुष और नाबालिग बच्चे मौजूद हैं। विजय के अनुसार वहां कुछ नामजद व अन्य लोग मंच से हिंदू धर्म और देवी-देवताओं के खिलाफ आपत्तिजनक बयानबाजी कर रहे थे। एसपी विकास सांगवान ने बताया कि मामले में पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर रतन सिंह पुत्र करण सिंह निवासी सूरजपुर धौलपुर को गिरफ्तार कर लिया है।


