डॉक्टरों का लेटरल एंट्री के खिलाफ आंदोलन तेज, ओपीडी का बहिष्कार

जयपुर। प्रदेश के मेडिकल कॉलेजों में लेटरल एंट्री के विरोध में डॉक्टरों का आंदोलन अब तेज हो गया है। राजस्थान मेडिकल कॉलेज टीचर्स एसोसिएशन के बैनरतले पिछले पांच दिनों से जारी धरने की में धरना स्थल पर पाठ किया गया। अब एसोसिएशन के पदाधिकारियों का कहना है कि हमारी मांगें नहीं माने जाने पर अब मेडिकल कॉलेज से जुड़े अस्पतालों में 15 सितंबर से दो घंटे के ओपीडी का बहिष्कार किया जाएगा। हालांकि इस कार्य बहिष्कार के दौरान इमरजेंसी, इनडोर और ऑपरेशन थिएटर की सेवाएं प्रभावित नहीं होंगी। केवल ओपीडी सेवाएं दो घंटे तक बाधित रहेंगी।

एसोसिएशन के पदाधिकारियों का कहना है अगर सरकार और चिकित्सा विभाग ने जल्द कोई वार्ता नहीं की, तो प्रदेश के सभी सरकारी मेडिकल कॉलेजों के टीचर्स सामूहिक इस्तीफा देने को मजबूर होंगे। एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. धीरज जैफ ने बताया कि गु्रप-2 के डॉक्टरों को सीधे एसोसिएट प्रोफेसर के पद पर नियुक्त करना गु्रप-1 के डॉक्टरों का अपमान है। उन्होंने कहा कि यदि गु्रप-2 के डॉक्टर आरपीएससी परीक्षा पास करके असिस्टेंट या एसोसिएट बनते है तो उनका स्वागत है, लेकिन सीधी भर्ती का विरोध किया जाएगा।

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