राजसमंद में वाणी के संयम की कमी से टूट रहे परिवार

Kheem Singh Bhati

राजसमंद के गीगा खेड़ा कोटडी भीलवाड़ा के कथा मर्मज्ञ पंडित मुकेश शास्त्री ने कहा कि व्यक्ति को बोलने से पहले काफी सोच समझना चाहिए। इसके बाद ही मुख से वाणी निकालनी चाहिए, क्योंकि इस वाणी के कारण ही महाभारत का युद्ध हुआ था। अगर द्रौपदी ने दुर्योधन को अंधा कहने से पहले सोचा होता तो शायद स्थिति अलग होती।

Share This Article
kheem singh Bhati is a author of niharika times web portal, join me on facebook - https://www.facebook.com/ksbmr