देवास जिले की कन्नौज तहसील के ग्राम कलवार में रेल परियोजना के लिए उपजाऊ भूमि अधिग्रहण के खिलाफ कई किसान अनशन पर बैठे हैं। कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष जीतू पटवारी ने 26 अक्टूबर को किसानों से मुलाकात की और उनकी समस्याओं को सुना।
उन्होंने बीजेपी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि, “कृषि मंत्री के संसदीय क्षेत्र में किसान अपनी जमीन बचाने के लिए भूख हड़ताल पर बैठा है, इससे बड़ा अन्याय और क्या हो सकता है?” इंदौर-बुधनी रेल लाइन परियोजना के लिए 881 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण किया जा रहा है, जिसका उद्देश्य इंदौर से बुधनी को रेल लाइन से जोड़ना है। इस परियोजना के खिलाफ ग्राम कलवार में दर्जनों किसान परिवार पिछले एक माह से अनशन पर हैं, जो अपनी पैतृक और उपजाऊ कृषि भूमि को बचाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं।
पटवारी ने कहा कि, “यह केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान का संसदीय क्षेत्र है, फिर भी किसानों की पीड़ा सुनने कोई सरकारी प्रतिनिधि नहीं आया। यह ‘डबल इंजन सरकार’ किसानों को लूट रही है और उनकी मेहनत की जमीनें छीनने पर तुली हुई है।” पटवारी ने आरोप लगाया कि, “भूमि अधिग्रहण अधिनियम, जो कांग्रेस पार्टी के नेतृत्व में लाया गया था, में स्पष्ट था कि ग्रामीण क्षेत्रों में भूमि अधिग्रहण होने पर किसानों को बाजार मूल्य से 20% अधिक मुआवजा दिया जाएगा।
लेकिन भाजपा सरकार ने सारे नियमों का उल्लंघन किया।” उन्होंने कहा कि, “केंद्रीय कृषि मंत्री के संसदीय क्षेत्र में किसान अनशन पर बैठा है, उनकी पीड़ा की कोई परवाह नहीं की जा रही। आज किसान दुःख के आंसू बहा रहे हैं, जबकि हमारे मुख्यमंत्री और केंद्रीय कृषि मंत्री उनका अपमान कर रहे हैं।” पटवारी ने सरकार से मांग की कि रेलवे और सड़क परियोजनाओं के लिए अधिग्रहित भूमि का सच्चा बाजार मूल्य और सही मुआवजा किसानों को तुरंत दिया जाए। उन्होंने कहा, “ऐसा करने पर ही न्याय होगा।
यदि ऐसा नहीं किया गया, तो हमारी जिम्मेदारी है कि हम किसानों के साथ खड़े रहें।” पटवारी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी किसानों के संघर्ष में उनके साथ है और जल्द ही किसान न्याय यात्रा कार्यक्रम के माध्यम से देवास, सीहोर और इंदौर में किसानों के हक की लड़ाई लड़ेगी।

