जयपुर। शहर के सबसे बड़े सवाई मानसिंह (एसएमएस) अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर में रविवार देर रात करीब सवा बारह बजे भीषण आग लगने से 8 मरीजों की मौत हो गई। आग सेकंड फ्लोर पर स्थित आईसीयू वार्ड में लगी, जिससे वहां भर्ती गंभीर मरीजों की जान खतरे में पड़ गई। हादसे के वक्त वार्ड में 11 मरीज थे। इनमें से कुछ मरीजों को वार्ड से बैड सहित सड़क पर निकाल कर लाए। हादसे के समय वहां मौजूद परिजन और एसएमएस कर्मियों में अफरा-तफरी मच गई। देर रात दमकल की कई गाड़ियां आग बुझाने में जुटी रहीं।
मंत्री किरोड़ी लाल मीणा, चिकित्सा शिक्षा सचिव अम्बरीश कुमार, कमिश्नर बीजू जार्ज जोसफ मौके पर पहुंचे। परिजन, डॉक्टर मरीजों को बाहर निकालने में जुटे। मरीजों के परिजन, डॉक्टर, नर्सिंग स्टाफ और सुरक्षा कर्मी सभी मिलकर मरीजों को सुरक्षित बाहर निकालने में जुट गए। दमकल विभाग को सूचना मिलने पर फायर ब्रिगेड की कई गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और आग बुझाने का प्रयास शुरू किया। अस्पताल प्रशासन ने आग लगते ही सेकंड फ्लोर को खाली करवाया और आईसीयू में भर्ती कुछ मरीजों को तुरंत दूसरी यूनिट्स में शिफ्ट किया गया।
आग के कारण आईसीयू में धुआं भर गया था जिससे दम घुटने की स्थिति बन गई थी। आग लगने के कारणों की जांच की जा रही है। प्रारंभिक तौर पर शॉर्ट सर्किट को वजह माना जा रहा है, ट्रोमा सेंटर के बाहर भारी भीड़ जमा हो गई। पुलिस ने इलाके की घेराबंदी कर दी और ट्रोमा सेंटर की ओर आने-जाने वाले वाहनों को रोक दिया गया। वार्ड के पास मौजूद एक मरीज के परिजन ने बताया कि आग से धुआं तेजी से अंदर भर गया। हमें कुछ भी समझ नहीं आया।
पुलिस और स्टाफ ने तुरंत सभी को बाहर निकालना शुरू कर दिया।

