जयपुर। शहर के चांदपोल स्थित पुरानी बस्ती के देवनारायण मंदिर से सोमवार को बड़े हर्षोल्लास और श्रद्धा के साथ विशाल ध्वज यात्रा रवाना हुई। यात्रा की शुरुआत महामंडलेश्वर बालमुकुंदाचार्य और कुसुम यादव की मुख्य रथ की पूजा-अर्चना के बाद हुई। पूजा के बाद भगवान देवनारायण के जयकारों के बीच ध्वज यात्रा को रवाना किया गया। यात्रा में हजारों श्रद्धालु ध्वज लेकर शामिल हुए। भक्तजन भजन-कीर्तन गाते, नाचते और भगवान देवनारायण के जयघोष करते यात्रा के साथ चल रहे थे। भक्तों का उत्साह देखते ही बन रहा था और वातावरण धार्मिक आस्था एवं उल्लास से सराबोर था।
ध्वज यात्रा के जयपुर शहर में प्रवेश करने पर जगह-जगह पर विभिन्न समाजसेवी संगठनों, व्यापारिक संस्थाओं एवं गुर्जर समाज के कार्यकर्ताओं ने श्रद्धालुओं पर फूलों की वर्षा से भव्य स्वागत कर यात्रा को ऐतिहासिक बना दिया। कई स्थानों पर स्वागत द्वार बनाकर यात्रा का अभिनंदन किया गया। संस्थान के पदाधिकारियों ने बताया कि यात्रा का मुख्य उद्देश्य समाज में भगवान देवनारायण की महिमा का प्रसार करना और युवा पीढ़ी को उनके आदर्शों से जोड़ना है। इस यात्रा के माध्यम से समाज में एकता, भाईचारा और धार्मिक आस्था का संदेश दिया जा रहा है।
यात्रा जयपुर शहर के विभिन्न मार्गों से होते हुए आगे बढ़ेगी और 28 अगस्त को निवाई के जोधपुरिया पहुंचेगी, जहां इसका समापन होगा। शहर में लगा जाम ध्वज यात्रा में बड़ी संख्या में श्रद्धालु होने से शहर में कई जगह जाम लग गया, लोग जाम में फंसने से परेशान होते रहे। पदयात्री अपनी सुविधा के अनुसार सुबह ही रवाना हो गए, इस कारण सड़क पर बार-बार जाम के हालात बनते रहे।