जयपुर। राजस्थान में पिछले दो दिनों से लगातार बारिश के कारण बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है। बूंदी, बारां, टोंक, सवाई माधोपुर, कोटा सहित कई जिलों में बाढ़ के हालात हैं। कई आवासीय क्षेत्र जलमग्न हो गए हैं। कोटा में सेना के जवानों ने मोर्चा संभाला है। वहीं, अलवर के रामगढ़ में शनिवार सुबह तेज बारिश के कारण एक मकान ढह गया, जिससे एक परिवार के 7 लोग दब गए। एक बच्ची की हालत गंभीर है। दौसा के लालसोट स्थित जोहरी का तिबारा में बने राजकीय संस्कृत स्कूल की छत की दो पट्टियां गिर गईं।
करौली के बुगड़ार गांव में पुलिया पार करते समय 22 वर्षीय युवक बह गया। बूंदी के नैनवां में पिछले 24 घंटे में शनिवार सुबह 8 बजे तक लगभग 20 इंच यानी 502 एमएम बारिश दर्ज की गई है। कोटा, सवाईमाधोपुर, बूंदी में बाढ़ के हालात के बीच कई गांव टापू बन गए हैं। प्रभावित क्षेत्रों में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ के साथ सेना रेस्क्यू कर रही है। टोंक में भी भारी बारिश के कारण हालात बिगड़ गए हैं। यहां भी बाढ़ जैसे हालात नजर आ रहे हैं। टोंक के देवली में बरसात के चलते जयपुर-कोटा हाईवे पर पानी भर गया।
कोटा में दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे पर ट्रैफिक रोक दिया गया है। राजधानी जयपुर में भी शनिवार को सुबह से देर रात तक रुक-रुक कर बारिश का सिलसिला जारी रहा। जयपुर के चौमूं और टोंक के नासिरदा थाने में पानी भर गया। अजमेर जिले में भी शनिवार को पांच इंच से ज्यादा बारिश हुई। यहां भी जगह-जगह जलभराव की स्थिति हो गई। मौसम विभाग के अनुसार, प्रदेश में भारी बारिश का दौर 25 अगस्त तक जारी रहने की संभावना है। रविवार के लिए कोटा और बूंदी के लिए भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया गया है।
बारां, झालावाड़, टोंक, भीलवाड़ा, अजमेर, नागौर, पाली में ऑरेंज और शेष सभी जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। प्रदेश में शनिवार को अजमेर के सावर में 105 एमएम, केकड़ी में 63, दौसा शहर में 130 एमएम, सपोटरा में 115 एमएम, सवाई माधोपुर के चौथ का बरवाड़ा में 102, गंगापुर सिटी में 115, वजीरपुर में 102, सवाई माधोपुर शहर में 107, सीकर के रींगस में 95, टोंक के मालपुरा में 110, जयपुर के चौमूं में 102, दूदू में 93, माधोराजपुरा में 90 एमएम बारिश दर्ज की गई। अब तक औसत से 42 फीसदी ज्यादा बारिश हो चुकी है।
राज्य में 1 जून से 22 अगस्त तक 336.5 एमएम औसत बारिश होती है, जबकि इस सीजन में अब तक कुल 476.8 एमएम बारिश हो चुकी है। मौसम केन्द्र जयपुर के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि जो साइक्लोनिक सर्कुलेशन पिछले 48 घंटे से मध्य प्रदेश-राजस्थान की सीमा पर रुका था, वह थोड़ा आगे बढ़कर दक्षिण-पश्चिमी उत्तर प्रदेश और पूर्वी राजस्थान के ऊपर आ गया है। मानसून ट्रफ लाइन शनिवार को गंगानगर, चूरू, एमपी, झारखंड से होकर बंगाल की खाड़ी में बने लो-प्रेशर सिस्टम तक गुजर रही थी। इस सिस्टम के कारण लगातार बारिश हो रही है।