जयपुर। नगरीय विकास एवं स्वायत्त शासन विभाग ने एफएसटीपी (फीकल स्लज ट्रीटमेंट प्लांट) की स्थापना में गड़बड़ी और लापरवाही के मामले में बड़ी कार्रवाई की है। यूडीएच मंत्री झाबर सिंह खर्रा के निर्देश पर विभाग ने तीन अधिकारियों को निलंबित कर दिया है। निलंबित अधिकारियों में निदेशालय में तैनात अधीक्षण अभियंता सतीश गुप्ता, अधिशासी अभियंता दीपक सिंघल और सहायक अभियंता प्रतीक कुमावत शामिल हैं। इन पर आरोप है कि इन्होंने एफएसटीपी स्थापना कार्य को समय पर पूर्ण नहीं कराया और अनुबंध की शर्तों के विपरीत फर्म को भुगतान की सिफारिश की।
इसके अलावा, इन अधिकारियों ने मंत्री के निर्देशों के विपरीत अंतरिम समय विस्तार का प्रस्ताव प्रेषित किया। उल्लेखनीय है कि प्रदेशभर के 33 शहरों में एफएसटीपी प्लांट की स्थापना का कार्य शुरू किया गया था, ताकि शहरी क्षेत्रों में सीवरेज और मलजल निस्तारण की बेहतर व्यवस्था हो सके। विभागीय जांच में लापरवाही और अनुशासनहीनता प्रमाणित होने पर यह कार्रवाई की गई है। मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने कहा कि भ्रष्टाचार और कार्य में ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी, जिम्मेदार अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई जारी रहेगी।

