गगनयान: मानव रहित मिशन इस साल, 2027 में भेजे जाएंगे अंतरिक्ष यात्री

By Sabal SIngh Bhati - Editor

नई दिल्ली। भारत के अपने अंतरिक्ष मिशन गगनयान की तैयारी का 80 प्रतिशत काम पूरा हो गया है और इस साल के अंत तक पहला मानव रहित मिशन लॉन्च किया जाएगा जबकि साल 2027 के आरंभ में अंतरिक्ष यात्रियों को भेजा जाएगा। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के अध्यक्ष वी. नारायणन ने गुरुवार को बताया कि गगनयान मिशन की व्हीकल हेल्थ मैनेजमेंट सिस्टम, क्रू इस्केप सिस्टम और पैराशूट का विकास आदि समेत 80 प्रतिशत तैयारी पूरी कर ली गई है। शेष 20 प्रतिशत काम भी मार्च 2026 तक पूरे कर लिए जाएंगे। डॉ. नारायणन ने कहा कि इस साल की अंतिम तिमाही में, संभवत: दिसंबर के आसपास, पहला मानव रहित मिशन जी-1 लॉन्च किया जाएगा।

इसके बाद साल 2027 में इसरो पहली बार मानव मिशन अंतरिक्ष में भेजेगा। भारत अंतरिक्ष से सारे जहां से अच्छा दिखता है : शुभांशु शुक्ला शुभांशु शुक्ला ने एक्सिओम-4 मिशन के अपने अनुभव को अविश्वसनीय बताते हुए कहा कि भारत आज भी अंतरिक्ष से सारे जहां से अच्छा दिखता है। उन्होंने अंतरिक्ष में सबसे ज्यादा घर के खाने को मिस किया। उन्होंने देश के बच्चों के लिए संदेश भी दिया कि उन्हें खुद पर भरोसा रखना चाहिए कि वे भी अंतरिक्ष में जा सकते हैं। शुक्ला ने अंतरिक्ष यात्रा के अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि यह वास्तव में अविश्वसनीय था। प्रशिक्षण के दौरान आप खुद को तैयार करते हैं, लेकिन वास्तविक अनुभव अलग होता है।

उन्होंने बताया कि यह बेहद सफल मिशन रहा और सारे उद्देश्य पूरे हो गए। इस दौरान काफी कुछ जानने और सीखने को मिला जो देश के गगनयान मिशन के लिए महत्वपूर्ण होगा। बच्चों को दिया संदेशबच्चों के लिए संदेश में शुक्ला ने कहा, यदि मैं यह कर सकता हूं तो आप भी यह कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि जब राकेश शर्मा 41 साल पहले अंतरिक्ष में गए थे उस समय उसके तुरंत बाद कोई और मिशन नहीं था। लेकिन आज हमारे सामने काफी अवसर हैं। इसके बाद गगनयान मिशन है और भारत ने साल 2040 तक चांद पर अपने अंतरिक्ष यात्री भेजने का लक्ष्य रखा है।

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