सुमेरपुर उपखंड के गोगरा गांव में विकास की नई बयार आ रही है। अब 70 वर्षों के बाद, गांव के लोग पेयजल समस्या से मुक्त होने जा रहे हैं। ग्रामीणों को हर घर में नल कनेक्शन मिलने की सौगात मिली है, जिससे विशेषकर महिलाएं और बच्चियां खुश हैं। लंबे समय से पानी की किल्लत झेलते आ रहे लोग अब राहत महसूस कर रहे हैं। पहले, गांव की महिलाएं कई किलोमीटर दूर से पानी लाने को मजबूर थीं, खासकर गर्मियों में यह समस्या और भी बढ़ जाती थी।
अब “हर घर नल योजना” के तहत पानी की आपूर्ति शुरू होने से उन्हें राहत मिली है। नल से पानी आने के बाद महिलाओं के चेहरे पर संतोष और खुशी झलक रही है। अब उन्हें पानी लाने के लिए सुबह से लेकर दोपहर तक मेहनत नहीं करनी पड़ेगी। छात्राओं को भी स्कूल जाने में आसानी होगी। गांव की महिला कमला देवी ने कहा, “हमने कभी नहीं सोचा था कि हमारे घर में नल से पानी आएगा। यह हमारे लिए त्योहार जैसा दिन है।” सरपंच भंवरलाल मेघवाल और पंचायत टीम के प्रयासों से यह परियोजना साकार हुई है।
उन्होंने लगातार विभागीय अधिकारियों से संपर्क कर पेयजल योजना को आगे बढ़ाया। गोगरा गांव में पाइपलाइन बिछाने और नल कनेक्शन देने का कार्य पूरा हो चुका है। इसके अलावा, पंचायत क्षेत्र में सीसी सड़क निर्माण, नालियों का निर्माण और सफाई व्यवस्था जैसे विकास कार्य भी तेजी से चल रहे हैं। सरपंच मेघवाल ने बताया कि ग्राम पंचायत का लक्ष्य गोगरा को एक मॉडल ग्राम के रूप में विकसित करना है। ग्रामीणों का कहना है कि आजादी के बाद पहली बार उन्हें ऐसा लग रहा है कि सरकारी योजनाओं का लाभ उनके गांव तक पहुंचा है।
तालाब के ओवरफ्लो की समस्या के समाधान के लिए स्थायी व्यवस्था की जा रही है ताकि बरसात के मौसम में पानी का सदुपयोग हो सके।

