जयपुर। सरकारी अस्पतालों में कार्यरत चिकित्सकों को ड्यूटी टाइम के दौरान किसी निजी चिकित्सा संस्थान में प्रेक्टिस करते हुए पाया गया, तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही, जो चिकित्सक नॉन प्रेक्टिस अलाउंस प्राप्त करने के बावजूद प्राइवेट प्रेक्टिस कर रहे हैं, उनके खिलाफ भी कठोर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। चिकित्सा मंत्री गजेन्द्र सिंह खींवसर ने चिकित्सा शिक्षा विभाग को इस संबंध में कड़े निर्देश दिए हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि इसमें कोई लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और सख्त एक्शन लिया जाएगा। इसके लिए सघन निरीक्षण अभियान चलाया जाएगा।
कुछ चिकित्सकों के खिलाफ नियमों के विरुद्ध प्रेक्टिस करने की शिकायतें भी मिली हैं, जिसके चलते आला अधिकारियों को गहन जांच कराने और दोषी पाए जाने वाले चिकित्सकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं। प्रदेशभर में सरकारी अस्पतालों का गहन निरीक्षण किया जाएगा। राज्यस्तरीय अधिकारियों के साथ-साथ जिला एवं ब्लॉक स्तर के अधिकारी भी अस्पतालों का निरीक्षण करेंगे। जिन अस्पतालों के प्रभारियों ने पैरामीटर्स पर खरा नहीं उतरने का प्रदर्शन किया, उनकी जिम्मेदारी तय की जाएगी।

