राजसमंद के रामानुज वाटिका में आयोजित श्री राम कथा के पहले दिन साध्वी सुहृदय गिरि ने कहा कि राम कथा केवल मनोरंजन का साधन नहीं है, बल्कि यह मनोभंजन का भी माध्यम है। वे केवल कथा नहीं, बल्कि इस देश और सृष्टि की व्यथा भी सुनाने आई हैं। हमें स्वच्छता को अपनाना और गौ माता की देखभाल करनी चाहिए।

