नई दिल्ली। 22 सितंबर 2025 एक ऐसी तिथि बन गई जो दुकानदारों, ऑटो डीलरों और प्रत्येक भारतीय परिवार की स्मृति में सदैव अंकित रहेगी क्योंकि उपभोक्ताओं ने इस दिन जीएसटी 2.0 का स्वागत अभूतपूर्व उत्साह के साथ किया। मोदी सरकार ने नवरात्र की पहली पूजा के दिन जीएसटी 2.0 को लागू कर भारत के लोगों को दिवाली का असली उपहार दे दिया।
नवरात्र के पहले दिन के साथ सही तालमेल बिठाते हुए, सुधारित कर व्यवस्था ने कम कीमतें, सरलीकृत स्लैब और दैनिक आवश्यक वस्तुओं पर तत्काल राहत के रुप में आम आदमी को प्रसन्न होने का एक प्रत्यक्ष कारण दे दिया। प्रधानमंत्री मोदी ने जीएसटी 2.0 को भारत के लोगों को समर्पित एक सुधार बताया और उनके शब्दों के ही अनुरूप यह एक शुष्क नीति परिवर्तन की तरह कम और एक उत्सव के उपहार की तरह प्रतीत हुआ।
कार शोरूम में कतारें देखी गईं, गाड़ियों के लिए भारी संख्या में ऑनलाइन ऑर्डर किए गए और उत्सव से जुड़ी बिक्री में रिकॉर्ड तोड़ वृद्धि देखी गई।
ई-कॉमर्स कार्ट पर ऑनलाइन ऑर्डर की भरमारखरीदारी से जुड़ा उत्साह डिजिटल बाजारों में भी देखने को मिला, जहां लोगों में फैशन, घरेलू आवश्यक वस्तुओं और उत्सव की आवश्यक वस्तुओं का स्टॉक करने की होड़ सी लग गई।फ्लिपकार्ट और अमेजन ने सोमवार को लॉयल्टी प्रोग्राम यूजर्स के लिए अपने फेस्टिव सेल इवेंट्स की शुरूआत की, जिसमें विक्रेताओं और ब्रांडों ने जीएसटी में छूट की बदौलत मजबूत शुरूआती ट्रैक्शन की रिपोर्ट की।फैशन ब्रांड द पैंट प्रोजेक्ट में पिछले वर्ष की तुलना में 15 से 20 प्रतिशत की बढ़ोतरी देखी गई, जबकि दोनों मार्केटप्लेस पर विक्रेता शैडो एटेल ने पिछले सप्ताह की तुलना में होम एसेंशियल सेगमेंट में 151 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की।स्निच जैसे फैशन ब्रांडों के ऑनलाइन ऑर्डर में 40 प्रतिशत की बढ़ोतरी देखी गई।
ऑटोमोबाइल सेक्टर ने ऐतिहासिक आंकड़ों के साथ सुर्खियां बटोरीं। नए जीएसटी ढांचे के तहत, छोटी सब-4 मीटर कारों को 18 प्रतिशत स्लैब में स्थानांतरित कर दिया गया था, जबकि ऑटोमोबाइल पर मुआवजा उपकर को पूरी तरह से हटा दिया गया था। जीएसटी 2.0 के पहले दिन मारुति के लिए 80,000 इंक्वायरी दर्ज की गई और उसने 30,000 कारों की डिलीवरी की, जो 35 वर्षों में इसका एक दिन का सबसे बड़ा प्रदर्शन है। आम त्योहारी सीजन की तुलना में छोटी कारों की बुकिंग में 50 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई।
हुंडई के लिए डीलर बिलिंग भी उस दिन 11,000 तक बढ़ गई, जो पांच वर्षों में इसका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। टाटा मोटर्स ने नवरात्रि के पहले दिन 10,000 कारों की डिलीवरी और 25,000 से अधिक इंक्वायरी दर्ज की, जो शोरूम वॉक-इन में उल्लेखनीय वृद्धि, उच्च कन्वर्जन और बढ़ते ऑर्डर बुक के साथ त्योहारी सीजन की मजबूत शुरूआत को चिह्नित करता है। हुत से परिवारों के लिए, जीएसटी 2.0 ने लंबे समय से अटके हुए सपनों को वास्तविकता में बदल दिया।
ऑटोमोबाइल न केवल उनके लिए अधिक सुलभ हो गए, बल्कि उन परिवारों की उत्सव की एक सच्ची खरीदारी भी हो गई। जीएसटी 2.0 के तहत इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर ने एक और बड़ी सफलता गाथा लिखी, जिसमें लोग उच्च मांग वाले उत्पादों पर कम कीमतों का भारी लाभ उठा रहे हैं। ्प्लिलट एसी की कीमतों में 3,000 से 5,000 रुपए की कमी आई है, जबकि महंगे टीवी की कीमतों में 85,000 रुपए तक की कटौती देखी गई है।
22 सितंबर को, हायर जैसी कंपनियों ने एक सामान्य सोमवार की तुलना में लगभग 2 गुना बिक्री दर्ज कराई, जिसमें नई दरों के लागू होने से पहले ही कई प्री-बुकिंग कर दी गई थी। ब्लू स्टार का अनुमान है कि जीएसटी 2.0 के पहले दिन की बिक्री पिछले साल के इसी दिन की तुलना में लगभग 20 प्रतिशत अधिक थी।टीवी, खासकर 43 इंच और 55 इंच के सेगमेंट की बिक्री में भी तेज वृद्धि हुई। सुपर प्लास्ट्रोनिक्स प्राइवेट लिमिटेड जैसी कंपनियों ने फ्लिपकार्ट के माध्यम से बिक्री में 30 से 35 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की।
जीएसटी 2.0 ने पहले दिन से ही तत्काल राहत दी और उपभोक्ताओं को आनंदित कर दिया। इससे घरेलू खर्च कम हुए, सभी उद्योगों में मांग में तेजी आई और रिकॉर्ड तोड़ बिक्री के साथ त्योहारी सीजन जगमगा उठा। कारों और इलेक्ट्रॉनिक्स से लेकर किराने का सामान और फैशन तक, हर सेक्टर में भारी वृद्धि देखी गई। यह केवल कर सुधार ही नहीं था। यह बचत का त्योहार था, मांग को बढ़ावा देने और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ओर से भारत के लोगों को दिवाली का असली उपहार था।

