अहमदाबाद। भारतीय रेलवे ने अहमदाबाद मंडल में स्वदेशी स्वचालित ट्रेन सुरक्षा प्रणाली कवच 4.0 के इंस्टालेशन कार्य को तेजी से आगे बढ़ाया है। अहमदाबाद-पालनपुर, सामाख्याली और गांधीधाम रेल मार्गों पर कवच स्थापना कार्य प्रगति पर है, जबकि अहमदाबाद-गेरतपुर सेक्शन पूरी तरह कवच से लैस हो चुका है। कवच एक उन्नत ट्रेन कोलिजन अवॉइडेंस सिस्टम है, जो लोको पायलट को निर्धारित गति सीमा में संचालन में सहायता करता है। लोको पायलट की चूक पर यह स्वत: ब्रेक लगाकर ट्रेन को रोक देता है और खराब मौसम में भी सुरक्षित संचालन सुनिश्चित करता है।
लोको शेड्स पर कवच कार्यवटवा लोको शेड: कुल 169 इंजनों में कवच लगाने की योजना, अब तक 23 इंजनों पर कार्य पूर्ण।साबरमती लोको शेड: 45 इंजनों में कवच लगना प्रस्तावित, 7 इंजनों पर ट्रायल सफल, शेष 38 पर कार्य जारी। ट्रैक सेक्शन पर कवच इंस्टालेशनअहमदाबाद-पालनपुर एवं अहमदाबाद-सामाख्याली (402 किमी): निविदा जारी, दो वर्ष में पूर्ण होगा।पालनपुर-सामाख्याली-गांधीधाम (300 किमी): निविदा जारी, दो वर्ष में पूरा करने का लक्ष्य।अहमदाबाद-गेरतपुर (13.42 किमी): कार्य पूर्ण, सेक्शन अब कवच से सुसज्जित।
रेलवे अधिकारियों का कहना है कि यह पहल सिग्नल पार कर जाने की घटनाओं तथा आमने-सामने या पीछे से टक्कर जैसी दुर्घटनाओं पर रोक लगाने में कारगर साबित होगी। भारतीय रेलवे की यह उपलब्धि न केवल सुरक्षा को मजबूत कर रही है, बल्कि भविष्य के लिए आधुनिक और उत्तरदायी ट्रेन संचालन की नींव भी रख रही है।