वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2025 का खिताब साउथ अफ्रीका की टीम ने अपने नाम किया था। पिछले कुछ समय से टेस्ट क्रिकेट को लोगों का भरपूर प्यार मिला है। अब इसे देखते हुए ICC ने बड़ा निर्णय लिया है। बता दें कि ICC अब इस बड़े टूर्नामेंट के फॉर्मेट में बदलाव करने जा रही है। आने वाले वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) में टीमों की संख्या बढ़कर 9 से 12 होने वाली है। फिलहाल वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2025-27 का चक्र चल रहा है, जिसमें 9 टीमें हिस्सा ले रही हैं।
2027 के बाद शुरू होने वाले चक्र में 12 टीमें खेलेंगी जिसमें अफगानिस्तान, जिम्बाब्वे और आयरलैंड जैसी टीमें भी शामिल होंगी, जिन्हें टेस्ट में ज्यादा मौके मिल सकेंगे। वहीं इसके साथ ही दो डिवीजन वाले फॉर्मेट पर भी चर्चाएं की गई थीं। बता दें कि पिछले साल से ही दो डिवीजन पर चर्चा की जा रही है, जिसमें सभी टीमों को दो कैटेगरी में बांटने का प्रस्ताव रखा गया था। पहले कैटेगरी में टॉप टीमों को शामिल किया जा सकता था।
ESPN Cricinfo रिपोर्ट के मुताबिक हाल ही में हुई ICC की मीटिंग में दो डिवीजन वाले फॉर्मेट पर सहमति नहीं बन पाई है। न करने का सबसे बड़ा कारण दरअसल दो डिवीजन वाले फॉर्मेट को लागू न करने का सबसे बड़ा कारण फंडिंग मॉडल और टॉप टीमों के साथ खेलने के कम अवसर को माना जा रहा है। दो डिवीजन मॉडल को लेकर न्यूजीलैंड के पूर्व क्रिकेटर रोजर टूज ICC द्वारा गठित समिति का नेतृत्व कर रहे थे, लेकिन सभी मेंबर्स की सहमति न होने के चलते इसे ड्रॉप कर दिया गया।
बोर्ड मेंबर्स का कहना है कि अगर टॉप टीमों को एक डिवीजन में डाल दिया जाएगा तो वे एक-दूसरे के खिलाफ कम खेल पाएंगी। बता दें कि इससे पहले इसी प्रकार की समस्या अगस्त में ECB के CEO रिचर्ड थॉमसन की ओर से भी रखी गई थी। अब 9 की जगह 12 टीमों को शामिल करने का फैसला हालांकि अब इस टूर्नामेंट के फॉर्मेट में बड़ा बदलाव किया जा चुका है। अब 9 की जगह 12 टीमों को शामिल करने का फैसला किया गया है। सभी टीमों को निश्चित संख्या में मुकाबले दिए जाएंगे।
सभी टीमें पूरे वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप चक्र में एक निश्चित संख्या में ही अपने मुकाबले खेलेंगी। किसी भी मेजबान देश को अतिरिक्त धनराशि भी आवंटित नहीं की जाएगी। अफगानिस्तान और आयरलैंड जैसे देशों को भी तय संख्या में मुकाबले खिलाए जाएंगे। ICC का कहना है कि इस मॉडल से यह सुनिश्चित हो सकेगा कि हर देश को टेस्ट क्रिकेट खेलने का अवसर मिल रहा है। बता दें कि साउथ अफ्रीका ने पिछला वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप चक्र जीता था। पिछले कुछ समय से टेस्ट क्रिकेट में लोगों ने इंटरेस्ट दिखाया है। ब्रॉडकास्टिंग में भी बड़ा बदलाव हुआ है।
लोग बड़ी संख्या में इन मुकाबलों को देखते हैं। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले गए बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी इसका सीधा उदाहरण है।


